श्रीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षा हालात की बुधवार को समीक्षा की और कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादी-अलगाववादी अभियान को सहायता देने, उकसाने और इसे जारी रखने वाले तत्वों से मिलकर बने आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से समाप्त करने की आवश्यकता है. उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा की स्थिति पर समीक्षा बैठक को संबोधित किया. बैठक में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्र के वरिष्ठ अधिकारियों और सेना, सीएपीएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस और जम्मू कश्मीर सरकार के अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
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Jammu and Kashmir | Union Home Minister Amit Shah along with Lt Governor Manoj Sinha chairs a security review meeting with senior officials in Srinagar pic.twitter.com/gTbNdubEot
— ANI (@ANI) October 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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गृह मंत्री शाह ने सुरक्षा बलों और पुलिस से कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू कश्मीर के सपने को पूरा करने के लिए समन्वित आतंकवाद विरोधी अभियान को सक्रिय रूप से संचालित करें. शाह ने कहा, 'आम आदमी की भलाई के लिए आतंकवादी-अलगाववादी अभियान की सहायता, समर्थन और सहयोग करने वाले तत्वों से बने आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से समाप्त करने की आवश्यकता है.'
उन्होंने सड़कों को हिंसा मुक्त रखने और उल्लेखनीय रूप से कानून का शासन बहाल करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन के प्रयासों की सराहना की. मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान 'हर घर तिरंगा' अभियान को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखा गया. केंद्रीय मंत्री ने सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत करने का आह्वान किया. उन्होंने सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और पिछली बैठकों के एजेंडे में शामिल विभिन्न मदों के संदर्भ में हुई प्रगति की भी समीक्षा की, ताकि आतंकवादी घटनाओं को कम किया जा सके और अलगाववादी नेटवर्क पर पकड़ बनाई जा सके.
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गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामलों की भी समीक्षा की गई और इस बात पर जोर दिया गया कि जांच समय पर और प्रभावी तरीके से होनी चाहिए. गृह मंत्री ने कहा कि संबंधित एजेंसियों को गुणवत्तापूर्ण जांच सुनिश्चित करने के लिए क्षमता में सुधार पर कार्य करना चाहिए.