जौनपुर: शनिवार को भारत दौरे पर आए फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने जौनपुर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया. इस दौरान वे जौनपुर के ऐतिहासिक स्थलों की फोटो अपने कैमरे में कैद करते नजर आए. इसके बाद उन्होंने शाही पुल से आगे बढ़ते हुए जौनपुर की प्रसिद्ध इमरती का स्वाद चखा. वे गाड़ी से पर्स लाए और दुकानदार को 200 की नोट थमाकर इमरती के पैसे भी दिए. इसके बाद लेनेन बच्चों के हाथ से गुलाब के फूल लेकर उनके साथ मस्ती करते नजर आए. इस दौरान उन्होंने बच्चों के साथ खूब सेल्फी खिंचवाई.
बता दें कि भारत आए फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन सबसे पहले जौनपुर की अटाला मस्जिद पहुंचे. यहां उन्होंने अटाला मस्जिद की सुंदरता को देखा और वहां आस-पास के दुकानदारों से बात की. इसके बाद पैदल चलकर एक कपड़े के दुकान पहुंचे. इस दौरान दुकान के बाहर लगे दूल्हे का शेरवानी पहने स्टैचू की फोटो खींची.
इसके बाद लेनेन बड़ी मस्जिद गए. वहां उन्होंने मस्जिद की सुंदरता को कैमरे में कैद किया और लोगों से मस्जिद के बारे में जानकारी हासिल की. बड़ी मस्जिद से जाते समय दो बच्चियों को अपने पिता के साथ जाता देख उन्होंने गाड़ी रुकवाई और बच्चियों की फोटो खींची. इसके बाद वो सीधा लाल दरवाजा मस्जिद गए. वहां उन्होंने मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों की फोटो खींची.
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इसके बाद लेनेन सीधा अकबर द्वारा बनवाए गए शाही पुल की सुंदरता देखने पहुंचे. पुल पर बुर्जियों में लगे फिल्मी पोस्टर्स और बुर्जियों के अंदर रखे साइकिल की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर ली. सबसे आखिरी में वो जौनपुर की फेमस इमरती का स्वाद चखने बेनीराम की दुकान पहुंचे. वहां लेनेन ने इमरती खरीदी और अपने पर्स से पैसे निकालकर दुकानदार को दिए. इमरती को देखकर लेनेन काफी खुश नजर आए.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने भारतीय सभ्यता की काफी तारीफ की. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जौनपुर बहुत अच्छा शहर है. मैंने इतिहास की किताबों में जौनपुर का नाम पढ़कर जौनपुर भ्रमण का कार्यक्रम रखा. इस जिले का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है. इसके बाद वो सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए रवाना हो गए.
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