अरावली : गुजरात में जहां सरकारी स्कूलों की शिक्षा पर कई सवाल उठ रहे हैं, वहीं कुछ जिलों में प्राथमिक स्कूलों की लापरवाही सामने आई है. परीक्षा में बच्चों को अधिकतम अंक से भी अधिक अंक मिलने से पेरेंट्स व शिक्षाविद भी हैरान रह गए. मामला अरावली जिले के भिलोडा तालुका के जबचितरया गांव के एक प्राथमिक स्कूल का है.
यहां एक छात्र के माता-पिता अपने बच्चे का रिजल्ट कार्ड देखकर हैरान रह गए. ऐसा इसलिए है क्योंकि स्कूल ने दो विषयों में प्राप्त अधिकतम अंकों से अधिक अंक दिए थे. बच्चे को गुजराती में 160 में से 173 अंक और विज्ञान और टेक्नोलॉजी में 160 से 171 अंक दिए गए हैं. भिलोडा तालुका प्राथमिक शिक्षा विभाग ने इसे लेकर कार्यशैली पर सवाल उठाया है. इस संबंध में सीआरसी हर्षल रूपाली ने कहा कि यह त्रुटि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के कारण हुई है. यह पता चला है कि कक्षा के सभी छात्रों के रिजल्ट वापस मंगवाए हैं. अब सभी छात्र के परिणाम को देखने के बाद सर्टिफिकेट फिर से बनाया जाएगा.
जबचितरया के अलावा बनासकांठा के थाराड क्षेत्र के स्कूल के रिजल्ट भी चर्चा का विषय बने हैं. वहां संस्कृत/पर्यावरण में 160 में से 165 अंक दिए गए हैं, जबकि सामाजिक विज्ञान में 160 में से 174 अंक दिए गए हैं. खास बात यह है कि, इस स्कूल का रिजल्ट कंप्यूटर से नहीं बल्कि टीचरों ने खुद हाथ से बनाया है. जाहिर है शिक्षकों ने लापरवाही की है.
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