नई दिल्ली : अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन (amarnath yatra 2022 registration) शुरू हो गया है. देशभर में कई बैंकों की शाखाओं में पंजीकरण कराए जा सकते हैं. पंजाब नेशनल बैंक की 316 शाखाओं में पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है. पीएनबी के एक अधिकारी ने बताया, जम्मू प्रांत में रिहाड़ी, कटरा, अखनूर और रियासी, कठुआ और सांबा में पंजीकरण कराया जा सकता है. पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं में ऑफलाइन पंजीकरण कराया जा सकता है. इस साल यात्रा 43 दिन तक चलेगी और लगभग 6-8 लाख श्रद्धालुओं के अमरनाथ गुफा पहुंचने का अनुमान है.
अमरनाथ यात्रा पंजीकरण पर पीएनबी के अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को आवेदन के अलावा मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा. श्राइन बोर्ड की साइट पर अस्पतालों की सूची है. 13 साल से 75 साल की उम्र के बीच के सभी लोग निर्दिष्ट अस्पताल से मेडिकल सर्टिफिकेट बनने के बाद अमरनाथ यात्रा पर जा सकते हैं. जिन यात्रियों ने पिछले साल 100 रुपये दिए हैं उनको मात्र 20 रुपये देने होंगे. नए यात्रियों को 120 रुपये की पंजीकरण फी चुकानी होगी.
बाबा बर्फानी के दर्शन पंजीकरण की प्रक्रिया : पीएनबी के अलावा 11 अप्रैल से अमरनाथ यात्रा 2022 का रजिस्ट्रेशन जम्मू-कश्मीर बैंक, येस बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की शाखाओं में भी शुरू हो गया है. श्रद्धालु श्राइन बोर्ड के मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए भी ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं. रामबन जिले में एक तीर्थ केंद्र स्थापित किया जा रहा है. इसमें 3,600 श्रद्धालुओं के बैठने का इंतजाम होगा. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (Shri Amarnathji Shrine Board -SASB) का अनुमान है कि इस साल तीन लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आ सकते हैं.
अमरनाथ गुफा में 30 जून को पहला दर्शन : रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे राकेश कौल ने बताया कि पिछले दो साल से कोरोना महामारी और अनुच्छेद 370 हटने के बाद हालात अनुकूल नहीं होने के कारण बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं किए जा सके. अब जबकि अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू हो रही है तो वे उत्साहित हैं. उन्होंने बताया कि बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए वे पहले दिन ही जाएंगे, 30 जून को दर्शन करेंगे. सरकार के इंतजाम पर उन्होंने कहा कि वे कमियों के बारे में बताएंगे, लेकिन अब तक का अनुभव शानदार रहा है.
बाबा बर्फानी के दर्शन का उत्साह : राकेश कौल ने आम लोगों से बड़ी संख्या में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पंजीकरण कराने की अपील की. उन्होंने अपने पुराने अनुभव शेयर कर बताया कि दुर्गम रास्ते में भी भक्तिभाव से पूर्ण भाव से भरे लोग सेवाकार्यों में जुटे रहते हैं, लंगर का इंतजाम होता है, जो सराहनीय है. सुरक्षा को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा कि आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षाबल मुस्तैदी से काम कर रहे हैं. एक अन्य श्रद्धालु तरुण ने बताया कि यात्रा की शुरुआत को लेकर वे उत्साहित हैं, वे पहली बार इस यात्रा पर जा रहे हैं.
बाबा बर्फानी पर सिनेमा थिएटर्स में शॉर्ट फिल्म : अधिक से अधिक श्रद्धालु इस साल अमरनाथ यात्रा में शामिल हो सकें, इसके लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूरी तैयारियां की हैं. उन्होंने बताया कि इस साल 6-8 लाख श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने शौचालय, पीने के पानी जैसे तमाम इंतजाम किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन देशभर के लोगों को अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करती है. बकौल अपूर्व चंद्रा, जम्मू-कश्मीर प्रशासन पूरे प्रयास कर रहा है कि अमरनाथ यात्रा 2022 अब तक की सबसे भव्य हो. आरएफआईडी टैग जैसे विकल्पों से सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा, प्रशासन इस बात के प्रयास कर रहा है कि देशभर के सिनेमा थियेटर्स में एक मिनट की शॉर्ट फिल्म दिखाई जाए, जिससे अधिक से अधिक लोग अमरनाथ यात्रा के बारे में जान सकें.
शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा के लिए पुलिस की तैयारियां
बता दें कि अमरनाथ यात्रा पर जम्मू कश्मीर पुलिस प्रमुख (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि जून में शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के शांतिपूर्ण और सुगम संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जाएं. उन्होंने आश्वस्त किया है कि यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुख्यालय हर तरीके की सहायता मुहैया कराएगा.
अमरनाथ यात्रा के प्रचार-प्रसार पर मंथन : इससे पहले रविवार, 10 अप्रैल को खबर आई थी कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अमरनाथ यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए श्रीनगर में बैठक करेगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा के साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नितीश्वर कुमार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी बैठक में शामिल होंगे. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, इस वर्ष यात्रा के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा. तीर्थयात्रा की अवधि के दौरान जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ मिलकर मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों द्वारा प्रचार गतिविधियों की योजना बनाई जाएगी.
बाबा बर्फानी से जुड़ी यह खबरें भी पढ़ें-
- अमरनाथ यात्रा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे: जम्मू-कश्मीर डीजीपी
- अमरनाथ यात्रा 2022: श्रद्धालु 11 अप्रैल से करा सकेंगे पंजीकरण
- वापस होगा अमरनाथ यात्रा पंजीकरण शुल्क, जानिए महत्वपूर्ण जानकारी
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने अमरनाथ भक्तों के लिए शुरू की ऑनलाइन सेवाएं
दो साल अमरनाथ यात्रा नहीं
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 से 2021 में अमरनाथ यात्रा का आयोजन नहीं हो सका था. अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की कवायद के बीच अमरनाथ यात्रा बीच में ही बंद कर दी गई थी. ऐसे में बाबा बर्फानी का दर्शन की वार्षिक तीर्थयात्रा दो साल तक स्थगित रही. कोरोना के कारण रद्द की गई अमरनाथ यात्रा (Amarnath Pilgrimage) के बावजूद श्रद्धालु बाबा बर्फानी के ऑनलाइन दर्शन (Baba Barfani Online Darshan) की व्यवस्था की गई थी.