नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के द्वारा रात्रिभोज निमंत्रण के प्रारूप में बदलाव के बाद राजनीतिक तूफान अभी थमा भी नहीं था कि शनिवार को प्रगति मैदान में विश्व नेताओं के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज के लिए किसी भी विपक्षी नेता को निमंत्रण नहीं मिला है. इसको लेकर विपक्षी नेताओं ने दोहराया कि सत्तारूढ़ भाजपा न तो लोकतंत्र में विश्वास करती है और न ही विपक्ष में. इस संबंध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी राजा ने ईटीवी भारत से कहा कि हमें कोई निमंत्रण नहीं मिला है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार (भाजपा) लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती इसलिए वे विपक्ष की बात नहीं करते. इसी विचार को दोहराते हुए पूर्व सांसद और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-मार्क्सवादी) हन्नान मोल्ला ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार देश पर निरंकुश तरीके से शासन कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए कोई विरोध नहीं होना चाहिए. यही कारण है कि वे वन नेशन वन इलेक्शन के फॉर्मूले के साथ आगे बढ़ रहे हैं. बता दें कि हाल ही में राष्ट्रपति भवन के द्वारा जी20 रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पारंपरिक 'इंडिया के राष्ट्रपति' के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति; के रूप में संदर्भित किया गया था.
इस कदम की विपक्षी दलों ने सरकार पर नाम बदलने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कड़ी आलोचना की थी. दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी डिनर पार्टी में आमंत्रित नहीं किया गया है. सूत्रों ने कहा कि सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों, सभी मुख्यमंत्रियों के साथ ही भारत सरकार के सचिवों को रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है. हालांकि पूर्व प्रधानमंत्रियों डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा भी निमंत्रण सूची में शामिल थे, लेकिन देवेगौड़ा ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. वहीं लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है.
इतना ही नहीं मुख्यमंत्रियों में बिहार से नीतीश कुमार, झारखंड से हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी, तमिलनाडु से एमके स्टालिन, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल और पंजाब से भगवंत मान ने पहले ही अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है. इसी क्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी रात्रिभोज में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात दिल्ली पहुंच रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि सभी आमंत्रित अतिथियों को शनिवार शाम छह बजे तक संसद भवन पहुंचने को कहा गया है, जहां से उन्हें विशेष परिवहन व्यवस्था के जरिए प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम ले जाया जाएगा और वहां से वापस लाया जाएगा.