कानपुर: सूबे में इन दिनों एक सारस की राजनीतिक गलियारों में बहुत अधिक चर्चा हो रही है. इस सारस को अमेठी के आरिफ ने बचाया था. उनकी इस सारस के साथ दोस्ती सोशल मीडिया पर छाई थी. अब यह सारस कानपुर प्राणिउद्यान में है. मंगलवार को कानपुर जू पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने निदेशक केके सिंह के कमरे में पहुंचकर सीसीटीवी में उस सारस की गतिविधियों को देखा. इस दौरान आरिफ भी मौजूद थे.
इस मौके पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि आरिफ ने नहीं, सरकार ने सारस की आजादी छीनी है. उसे पिंजड़े में कैद कर दिया है. उस समय सरकार के जिम्मेदार कहां थे, जब यह सारस घायल हुआ था. उन दिनों तो आरिफ ने उसका इलाज किया, उसे खाना खिलाया. जब उसकी और सारस की दोस्ती पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गई और मैं उससे मिलने चला गया तो आरिफ को नोटिस जारी करके उसके खिलाफ कार्रवाई करने लगे. पूर्व सीएम ने कहा, अगर आरिफ पर जुर्माना लगेगा तो उन पर भी जुर्माना लगाना चाहिए जिन्होंने सारस को कैद किया.
अखिलेश यादव ने कहा कि ये कमाल की सरकार है. मैं आरिफ से मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर दी. सपा विधायक इरफान से मिला था, तो उसे महाराजगंज जेल भेज दिया. हालांकि मैं आपको बता दूं 2024 के चुनाव में भाजपा का सफाया होगा. समाजवादी पार्टी जिन गठबंधन दलों के साथ मौजूदा समय में साथ है, उनके साथ ही हम 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
कानपुर चिड़ियाघर में दोपहर साढे़ तीन बजे जब पूर्व सीएम अखिलेश यादव पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले मानू (गैंडा) को देखा. इसके बाद बाघ बघिरा को तो देखते ही वह खुश हो गए. फिर वह आगे बढ़े तो दरियाई घोड़ा ऐश्वर्या व दो शुतुमुर्ग को देखकर जू अफसरों के प्रबंधन को सराहा. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वह 2015-16 में कानपुर जू आना चाहते थे, लेकिन मौसम ठीक न होने के चलते वह नहीं आ सके थे.
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