बेंगलुरु : पिछले चार वर्षों में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लगभग 50 या उससे अधिक पोंजी कंपनियों (ponzi companies ) ने हलाल निवेश (halal investment) के नाम पर कई लोगों से हजारों करोड़ रुपये लूटे और भाग गए. उनमें से अजमेरा पोंजी योजना (Ajmera Ponzi Scheme) एक ऐसी पोंजी योजना थी, जिसने लगभग 2,000 लोगों से 300 करोड़ रुपये लूटे.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पोंजी योजना एक निवेश प्रस्ताव है, जिसमें कोई कंपनी या व्यक्ति निवेशकों को उनकी पूंजी हड़पती और धोखा देती है. इसके अलावा, उनके पास न तो कोई निवेश योजना (investment plan ) नहीं है और न ही निवेश के माध्यम से निवेशकों की पूंजी को दोगुना करने का प्लान.
अजमुरा ग्रुप पोंजी कंपनी (Ajmura Group Ponzi Company) के पीड़ितों ने कहा कि उन्हें अजमीरा कंपनी के मालिकों द्वारा आश्वासन दिया गया था कि इसमें निवेश करने की अनुमति है और चूंकि कंपनी व्यवसाय कर रही है, इसलिए निवेशकों को व्यापार से होने वाले मुनाफे का हिस्सा दिया गया है. नतीजतन, लोगों ने कंपनी में निवेश किया.
पीड़ितों ने यह भी कहा कि अजमेरा पोंजी कंपनी के मालिकों ने 4 महीने में उनकी पूंजी दोगुनी करने का वादा किया था, जैसा कि कंपनी के ब्रोशर में भी बताया गया है.
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इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए उक्त पोंजी योजना के मामले में नागरिक सशक्ति के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने कहा कि मामले में दावा प्रपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसलिए, निवेशकों को अगले 6 से 8 महीनों में अपना पैसा वापस मिलने की उम्मीद है.