नई दिल्ली : ब्रोकिंग फर्म (broking firm ) आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) ने एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस तरह सरकार भारत में कोविड की स्थिति के अनुरूप स्वीकार्य घरेलू क्षमता (domestic capacity) बढ़ाने और ईंधन की लागत के अनुरूप किराए को विनियमित करने के लिए कैलिब्रेटेड दृष्टिकोण (calibrated approach) अपनाए हुए है. इससे सभी कम लागत वाले वाहकों को अस्थाई लागत पर लाभदायक संचालन (profitable operations ) सुनिश्चित होगा.
रिपोर्ट में कहा गया है, 'यह बड़ी और छोटी एयरलाइनों (larger and smaller airlines) के बीच एक परिचालन समानता भी सुनिश्चित करता है. यह मूल रूप से अन्य एयरलाइनों की तुलना में इंडिगो को अधिक नुकसान पहुंचाएगा.
फर्म ने भविष्यवाणी की कि अंतरराष्ट्रीय परिचालन में लगातार देरी (delay in international operations ) नुकसान का एक और कारण बनी रहेगी. जैसा कि मीडिया में सुना गया है कि मौजूदा एयरलाइनों की कमजोर बैलेंस शीट (weaker balance sheet) को देखते हुए. मौजूदा समय नई एयरलाइनों (new airlines) के प्रवेश के लिए सही हो सकता है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि त्योहारी सीजन (festive season) में बढ़ती मांग के साथ मूल्य विनियमन भी एक कठिन काम होगा. हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में कोविड का निरंतर प्रभाव (Impact of covid ) और ईंधन की कीमतें बढ़ती रहेंगी.
इस बीच स्पाइसजेट ने मंगलवार को अपनी सहायक कंपनी स्पाइसएक्सप्रेस और लॉजिस्टिक्स प्राइवेट (SpiceXpress and Logistics Pvt) को सभी संबंधित संपत्तियों और देनदारियों के साथ-साथ मंदी की बिक्री के आधार पर अपनी कार्गो और रसद सेवाओं (cargo and logistics services) को स्थानांतरित करने की घोषणा कर दी है. कंपनी ने भरोसा जताया कि एक स्वतंत्र इकाई के रूप में स्पाइसएक्सप्रेस का प्रदर्शन स्पाइसजेट और उसके सभी शेयरधारकों के लिए फायदेमंद होगा.
स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा है कि कंपनी द्वारा किए गए एक स्वतंत्र मूल्यांकन अभ्यास (independent valuation exercise ) के आधार पर लॉजिस्टिक्स व्यवसाय का मूल्य 2,555.7 करोड़ रुपये आंका गया है.
रेटिंग एजेंसी ICRA के उपाध्यक्ष किंजल शाह (Kinjal Shah) ने कहा है कि 12 अगस्त, 2021 से नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने घरेलू मार्गों पर अनुमेय क्षमता तैनाती (permissible capacity deployment) को 65% से बढ़ाकर 72.5% कर दिया है. यह कोविड -19 संक्रमणों के बीच हवाई यात्रा के लिए यात्रियों की बढ़ती मांग (increased passenger demand) का अनुसरण करती है.
जुलाई 2021 के पहले 12 दिनों की तुलना में अगस्त 2021 के पहले 12 दिनों के दौरान घरेलू यात्री यातायात में 43% की वृद्धि में दिखाई दे रही है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 10 से 12 प्रतिशत किराया बढ़ाने की इजाजत दे दी है. बढ़ा हुआ किराया 12 अगस्त, 2021 से प्रभावी हो गया है.
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इसके अलावा यह किराया बुकिंग की तारीख से अगले 30 दिनों में यात्रा के लिए बुक किए गए टिकटों पर लागू होता है. बुकिंग की तारीख से 30-दिन के बाद यात्रा के लिए की गई कोई भी बुकिंग किराया बैंड द्वारा नियंत्रित नहीं होता है.
यह वृद्धि एयरलाइंस को विमानन टरबाइन ईंधन की कीमतों (aviation turbine fuel prices) में वृद्धि के प्रभाव को आंशिक रूप से ऑफसेट करने की अनुमति देगी, जिससे उनके नुकसान पर कुछ प्रभाव कम होगा.
किंजल शाह ने आगे कहा कि आईसीआरए के विचार में मूल्य वृद्धि से भी यात्री यातायात की मांग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता, क्योंकि वर्तमान परिदृश्य में आवश्यक यात्री है यात्रा कर रहे हैं, जबकि विभिन्न राज्यों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और संक्रमण के प्रसार के कारण व्यावसायिक यात्रा दोनों में कटौती की गई है.
14 अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में साप्ताहिक औसत दैनिक उड़ान भरने वालों की संख्या 213 हजार थी, जबकि पूर्व सप्ताह 7 अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में 227 हजार थी.