नई दिल्ली : शूटर मनु भाकर को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि वह फलाईट में अपने शूटिंग उपकरणों को अपने साथ ले जा रही थी.
इस मामले में एयर इंडिया ने शनिवार को स्पष्ट किया कि अधिकारियों ने मनु भाकर से केवल हथियार रखने के लिए नियमानुसार वैध दस्तावेज मांगे थे. दस्तावेजों को दिखाने के बाद उन्हें बोर्ड करने की अनुमति दे दी गई.
बता दें कि यदि कोई यात्री बंदूक के साथ एयरलाइन से यात्रा करता है, तो उस व्यक्ति को उससे संबंधित दस्तावेजों को दिखाना होता है.देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से इसके लिए शुल्क नहीं लिया जाता है, लेकिन इसके लिए उन्हें नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और महासंघ के परमिट सहित वैध दस्तावेज दिखाने होते हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि भाकर से जब दस्तावेज पेश करने को कहा गया, तो वह दस्तावेज नहीं दिखा पाईं. इसके बाद उन्होंने (मनु भाकर) ने आश्वासन दिया कि वह बोर्डिंग के समय सभी दस्तावेज दिखाएंगी क्योंकि उनके पास मौके पर दस्तावेज नहीं थे, लेकिन वह बोर्डिंग के समय दस्तावेज पेश करने में असक्ष रहीं, तो हमने उन्हें रोक दिया, लेकिन जब उन्होंने हमें दस्तावेज दिखा दिए, तो जब हमने उन्हें बोर्ड में जाने की अनुमति दी,
उल्लेखनीय है कि19 वर्षीय शूटर मनु भाकर ने शुक्रवार को ट्विटर के माध्यम से राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए थे और कहा था कि एयरलाइन ने वैध दस्तावेज और DGCA परमिट होने के बावजूद दिल्ली से भोपाल के लिए अपनी निर्धारित उड़ान पर सवार होने की अनुमति नहीं दी थी. हालांकि, उन्होंने बाद में उड़ान में मदद करने के लिए केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री किरेन रिजिजू को धन्यवाद दिया.
ट्विटर पर भाकर ने कहा था कि वह एयर इंडिया के अधिकारियों से खुश नहीं हैं, क्योंकि वे उनके साथ असभ्य थे और यहां तक कि रिश्वत भी मांग रहे थे.
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बाद में एयर इंडिया ने उनके दावों का जवाब दिया और एक स्पष्टीकरण जारी किया और कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर मौजूद अधिकारियों ने केवल नियमों के अनुसार वैध दस्तावेज मांगे थे और किसी ने भी शूटर द्वारा कथित रूप से रिश्वत नहीं मांगी थी.