नई दिल्ली : एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने कर्मचारियों से कहा है कि उड़ान में किसी भी अनुचित व्यवहार की तुरंत जानकारी दें, भले ही ऐसा प्रतीत क्यों न हो कि मामला निपट गया है. एअर इंडिया के एक विमान में पेशाब किए जाने के मामले को लेकर मचे बवाल के बाद एयरलाइन कर्मचारियों को भेजे एक विभागीय मेल में यह बता कही गयी है. एयरलाइन ने पेरिस से दिल्ली आ रहे विमान में पिछले महीने हुई इस घटना की गुरुवार को पुष्टि की थी. मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि 26 नवंबर को हुई घटना 'दुर्भाग्य' से इस सप्ताह सुर्खियों में बनी रही.
सबसे जरूरी बात यह है कि अगर विमान में इस स्तर का अनुचित व्यवहार किया गया है, तो हमें जितनी जल्दी हो अधिकारियों को इसकी जानकारी देनी चाहिए, चाहे यह प्रतीत क्यों न होता हो कि उसमें शामिल पक्षों ने मामला निपटा लिया है. उन्होंने कहा कि हमें अपने विमानों पर अपेक्षित व्यवहार के मानक के बारे में भी स्पष्ट होना चाहिए और अनुपालन नहीं करने वालों के खिलाफ दृढ़, निर्णायक और समय पर कार्रवाई करनी चाहिए.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार को कहा था कि मामले पर विमानन कंपनी का आचरण 'गैर पेशेवर' प्रतीत होता है. डीजीसीए ने एक बयान में कहा कि संबंधित एयरलाइन का आचरण गैर-पेशेवर प्रतीत होता है और यह प्रणालीगत विफलता का कारण बना. डीजीसीए ने एअर इंडिया के अधिकारियों, पायलट अैर चालक दल के सदस्यों को कारण नोटिस बताओ जारी किया है और उनसे दो सप्ताह में इस बात का जवाब मांगा है कि नियमों का पालन न करने को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए.
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एयर इंडिया के विमान में सहयात्री द्वारा पेशाब की शिकायत करने वाली महिला ने कहा कि वह तब 'हैरान' रह गई थीं, जब उनकी इच्छा के विरुद्ध चालक दल के सदस्य आरोपी को उनके सामने ले आए और आरोपी ने 'रोना शुरू कर दिया और गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगने लगा.' अधिकारियों ने गुरुवार को बताया था कि एअर इंडिया की न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान में 26 नवंबर को हुई आश्चर्यजनक घटना के 10 दिन बाद पेरिस-दिल्ली उड़ान में भी 'शराब के नशे में धुत' पुरुष यात्री द्वारा महिला यात्री के कंबल पर 'पेशाब करने' का मामला सामने आया था, लेकिन आरोपी के लिखित रूप से माफी मांगने के बाद उसके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई.
अधिकारियों ने बताया कि घटना छह दिसंबर को एअर इंडिया की उड़ान संख्या 142 में हुई और विमान के पायलट ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) को इस मामले की जानकारी दी थी, जिसके बाद यात्री को हिरासत में ले लिया गया था.
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