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खरगोन हिंसा पर ओवैसी बोले, गरीब मुस्लिमों के मकान तोड़ना जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन, MP में भीड़तंत्र हावी - Khargone Violence

देश के अगल-अगल हिस्सों में रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर हिंदूवादी संगठनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हिंसा पर काबू में राज्य सरकारों को भी विफल बताया है. इसके साथ बुलडोजर से मकान तोड़े जाने को ओवैसी ने जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन बताया है.

खरगोन हिंसा पर ओवैसी भड़के
खरगोन हिंसा पर ओवैसी भड़के
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Published : Apr 12, 2022, 8:32 PM IST

भोपाल: एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर आरोप लगाए कि यह पुलिस और राज्य के समर्थन से की जा रही हिंसा है. ओवैसी ने हिंसा वाली जगहों का जिक्र करते हुए उनका नाम भी लिया. जिसमें''करौली, राजस्थान, हिम्मतनगर, गुजरात, खरगोन, मध्य प्रदेश के साथ और भी जगहों के नाम शामिल हैं. उन्होंने सरकारों पर बुलडोजर से गरीबों के आशियाने उजाड़ने को जेनेवा समझौते का उल्लंघन बताया है.

घरों को गिराना युद्ध अपराध: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक राज्य की मिलीभगत से की जा रही हिंसा है और जिनेवा कन्वेंशन का गंभीर उल्लंघन है. मध्य प्रदेश सरकार ने किस कानून के तहत मुस्लिम समुदाय के घरों को ध्वस्त कर दिया है? यह स्पष्ट रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक के प्रति मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण रवैये दिखाता है. उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और गोवा की सरकारें पर रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को नियंत्रित करने में फेल होने का आरोप लगाया है.

  • The governments of Rajasthan, Madhya Pradesh, Jharkhand, Karnataka, and Goa failed in controlling and stopping the violence during the Ram Navami procession: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/IEoePdK9Hc

    — ANI (@ANI) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जिनेवा समझौता क्या है: जेनेवा समझौता दो देशों के बीच युद्ध के दौरान किया गया एक समझौता है, जिसमें 4 समझौते और 3 प्रोटोकॉल शामिल है. इसके तहत युद्ध में मानवीय उपचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के स्टैण्डर्ड को स्थापित किया जाता हैं. दूसरे शब्दों में कहा जाये, तो जब दो देशों के बीच युद्ध होता है और युद्ध के दौरान कोई सैनिक या नागरिक यदि सीमा पार यानि दुश्मन देश की सीमा में पहुँच जाता है, तो उस पर अंतर्राष्ट्रीय कानून लागू हो जाता है. और उस सैनिक को प्रिजनर ऑफ़ वॉर भी कहा जाता है. इस कानून के तहत कुछ नियम बनाये गये हैं, जिसमें यह कहा गया है, कि दुश्मन देश द्वारा उन सैनिक के साथ कैसा बर्ताव किया जाना चाहिए एवं सैनिक को उसके देश में वापस कैसे भेजना चाहिए.

  • सत्ता के नशे में शरसार होकर और क़ानून को बलाए-ताक़ रख कर जो आप ग़रीबों के आशियाने उजाड़ रहे हो, याद रखो! आज सरकार आपकी है, कल नहीं होगी। 2/2

    — Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एमपी में भीड़तंत्र हावी: एमपी के खरगोन में हुई हिंसा को लेकर ओवेसी एमपी सरकार पर सख्त दिखे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश में कानून पर भीड़तंत्र हावी है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह को ट्वीट करते हुए लिखा कि मुस्लिमों को भले ही आपकी विचारधारा मस्जिदों और मुस्लिमों पर हमले करने की हो, लेकिन ये न भूलें की आप एक संवेधानिक पद पर बैठे हैं जनता की सुरक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है. एमपी में बुलडोजर के जरिए बदमाशों की आशियाने तोड़े जाने की कार्रवाई पर भी ओवैसी ने सवाल उठाए उन्होंने लिखा कि सत्ता के नशे में कानून को भूल कर एमपी सरकार जिस तरह गरीबों के आशियाने उजाड़ रही है याद रखो आज सरकार आपकी है कल नहीं होगी.

दंगाइयों के खिलाफ खरगोन में हुई कार्रवाई: रामनवमी पर खरगोन में हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया. इस मामले में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव के बाद यहां हिंसा भड़क गई थी. यहां अब तक 80 से ज्यादा दंगाइयों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं 45 से ज्यादा मकान -दुकान पर कार्रवाई हुई है. दंगाइयों के 16 मकान और 29 दुकानें तोड़ी गई हैं. बुलडोजर के जरिए मोहन टॉकीज इलाके में चार मकान व तीन दुकान, खसखस बाड़ी क्षेत्र में 12 मकान, 10 दुकान, गणेश मंदिर के पास एक दुकान सहित कुल 16 अवैध अतिक्रमण हटाए गए. इसके अलावा यहां के औरंगपुरा में तीन दुकानें और तालाब चौक में 12 दुकानें तोड़ी गई है.

पढ़ें: खरगोन में रामनवमी पर हिंसा! कई इलाकों में कर्फ्यू, CM बोले- दंगाइयों के लिए जगह नहीं

सेंधवा में भी हुई कार्रवाई: इसी तरह बड़वानी के सेंधवा में भी रामनवमी के जुलूस पर पथराव में शामिल लोगों पर कार्रवाई की गई है. यहां कुल 11 प्रकरण दर्ज किए गए और सात दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए उनके सात अवैध निर्माण भी गिराए गए हैं.

भोपाल: एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर आरोप लगाए कि यह पुलिस और राज्य के समर्थन से की जा रही हिंसा है. ओवैसी ने हिंसा वाली जगहों का जिक्र करते हुए उनका नाम भी लिया. जिसमें''करौली, राजस्थान, हिम्मतनगर, गुजरात, खरगोन, मध्य प्रदेश के साथ और भी जगहों के नाम शामिल हैं. उन्होंने सरकारों पर बुलडोजर से गरीबों के आशियाने उजाड़ने को जेनेवा समझौते का उल्लंघन बताया है.

घरों को गिराना युद्ध अपराध: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक राज्य की मिलीभगत से की जा रही हिंसा है और जिनेवा कन्वेंशन का गंभीर उल्लंघन है. मध्य प्रदेश सरकार ने किस कानून के तहत मुस्लिम समुदाय के घरों को ध्वस्त कर दिया है? यह स्पष्ट रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक के प्रति मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण रवैये दिखाता है. उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और गोवा की सरकारें पर रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को नियंत्रित करने में फेल होने का आरोप लगाया है.

  • The governments of Rajasthan, Madhya Pradesh, Jharkhand, Karnataka, and Goa failed in controlling and stopping the violence during the Ram Navami procession: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/IEoePdK9Hc

    — ANI (@ANI) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जिनेवा समझौता क्या है: जेनेवा समझौता दो देशों के बीच युद्ध के दौरान किया गया एक समझौता है, जिसमें 4 समझौते और 3 प्रोटोकॉल शामिल है. इसके तहत युद्ध में मानवीय उपचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के स्टैण्डर्ड को स्थापित किया जाता हैं. दूसरे शब्दों में कहा जाये, तो जब दो देशों के बीच युद्ध होता है और युद्ध के दौरान कोई सैनिक या नागरिक यदि सीमा पार यानि दुश्मन देश की सीमा में पहुँच जाता है, तो उस पर अंतर्राष्ट्रीय कानून लागू हो जाता है. और उस सैनिक को प्रिजनर ऑफ़ वॉर भी कहा जाता है. इस कानून के तहत कुछ नियम बनाये गये हैं, जिसमें यह कहा गया है, कि दुश्मन देश द्वारा उन सैनिक के साथ कैसा बर्ताव किया जाना चाहिए एवं सैनिक को उसके देश में वापस कैसे भेजना चाहिए.

  • सत्ता के नशे में शरसार होकर और क़ानून को बलाए-ताक़ रख कर जो आप ग़रीबों के आशियाने उजाड़ रहे हो, याद रखो! आज सरकार आपकी है, कल नहीं होगी। 2/2

    — Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एमपी में भीड़तंत्र हावी: एमपी के खरगोन में हुई हिंसा को लेकर ओवेसी एमपी सरकार पर सख्त दिखे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश में कानून पर भीड़तंत्र हावी है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह को ट्वीट करते हुए लिखा कि मुस्लिमों को भले ही आपकी विचारधारा मस्जिदों और मुस्लिमों पर हमले करने की हो, लेकिन ये न भूलें की आप एक संवेधानिक पद पर बैठे हैं जनता की सुरक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है. एमपी में बुलडोजर के जरिए बदमाशों की आशियाने तोड़े जाने की कार्रवाई पर भी ओवैसी ने सवाल उठाए उन्होंने लिखा कि सत्ता के नशे में कानून को भूल कर एमपी सरकार जिस तरह गरीबों के आशियाने उजाड़ रही है याद रखो आज सरकार आपकी है कल नहीं होगी.

दंगाइयों के खिलाफ खरगोन में हुई कार्रवाई: रामनवमी पर खरगोन में हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया. इस मामले में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव के बाद यहां हिंसा भड़क गई थी. यहां अब तक 80 से ज्यादा दंगाइयों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं 45 से ज्यादा मकान -दुकान पर कार्रवाई हुई है. दंगाइयों के 16 मकान और 29 दुकानें तोड़ी गई हैं. बुलडोजर के जरिए मोहन टॉकीज इलाके में चार मकान व तीन दुकान, खसखस बाड़ी क्षेत्र में 12 मकान, 10 दुकान, गणेश मंदिर के पास एक दुकान सहित कुल 16 अवैध अतिक्रमण हटाए गए. इसके अलावा यहां के औरंगपुरा में तीन दुकानें और तालाब चौक में 12 दुकानें तोड़ी गई है.

पढ़ें: खरगोन में रामनवमी पर हिंसा! कई इलाकों में कर्फ्यू, CM बोले- दंगाइयों के लिए जगह नहीं

सेंधवा में भी हुई कार्रवाई: इसी तरह बड़वानी के सेंधवा में भी रामनवमी के जुलूस पर पथराव में शामिल लोगों पर कार्रवाई की गई है. यहां कुल 11 प्रकरण दर्ज किए गए और सात दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए उनके सात अवैध निर्माण भी गिराए गए हैं.

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