नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ती जा रही है. हर दिन इसके आंकड़ों में गिरावट दर्ज की जा रही है. वहीं, जानकारी के मुताबिक देश में अभी तक करीब 42 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.
बता दें, देश में कोरोना की तीसरी लहर का डर अभी भी बना हुआ है. तीसरी लहर में बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना जताई जा रही थी. इसी सिलिसिले में एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बयान दिया है कि अब स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने यह बात इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कही. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि स्कूलों को फिर से खोलने पर सहमत हो जाना चाहिए.
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि स्कूल खुलने के कारण हमारे बच्चों के लिए सिर्फ सामान्य जीवन देना नहीं बल्कि एक बच्चे के समग्र विकास में स्कूली शिक्षा का महत्व बहुत मायने रखता है. उन्होंने आगे कहा कि ऑनलाइन क्लास से ज्यादा बच्चों का स्कूल जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि भारत में अन्य देशों की तुलना में कोरोना से संक्रमित बच्चों के मामले बहुत कम है.
पढ़ें: बकरीद पर कोविड प्रतिबंधों में ढील, SC की केरल सरकार को फटकार
बच्चों की अच्छी इम्यूनिटी
उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वायरस से बहुत कम बच्चे संक्रमित हो रहे हैं और जो बच्चे इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं उनकी इम्युनिटी अच्छी होने की वजह से वो खुद को जल्द ठीक कर पाने में सक्षम हैं. सीरो सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि बच्चों के पास एंटीबॉडीज वयस्क लोगों की अपेक्षा ज्यादा बेहतर है, इसलिए स्कूल खोले जाने चाहिए. इंटरनेट के जरिये पढ़ाई उतनी आसान नहीं है जितनी की स्कूलों में होती है.