नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग 20 अगस्त को शाम 4 बजे आयोजित की है. इस वर्चुअल मीटिंग में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन सहित विपक्ष के नेतृत्व वाली राज्य सरकारों के अन्य मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. इनके अलावा जिन अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उनमें एनसीपी के शरद पवार, सीपीआई के डी. राजा और सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी व सपा के रामगोपाल यादव शामिल हैं.
इस संबंध में शिवसेना के सांसद संजय राउत ने ईटीवी भारत से पुष्टि की कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को सोनिया गांधी का निमंत्रण मिला है और वह वस्तुतः इस बैठक में शामिल होंगे. वहीं कांग्रेस के भीतर एक सूत्र ने बताया कि बैठक में विपक्षी दलों की गति को बनाए रखने के लिए बुलाई गई है, जो एकजुट होकर केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को उठा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि यह बैठक कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा सभी विपक्षी दल के नेताओं को रात्रिभोज पर बुलाए जाने के कुछ दिनों बाद बुलाई गई है, जिसे वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
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हालांकि, कांग्रेस के इस कदम पर पार्टी के कई सदस्यों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. इस बैठक को लेकर इस बात के भी संकेत हैं कि कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों का एक संयुक्त मोर्चा बनाने की इच्छुक है.
बता दें कि गुरुवार को, प्रमुख विपक्षी दलों ने मानसून सत्र में कटौती और पेगासस, कृषि कानूनों, मुद्रास्फीति, कोविड -19 जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं करने पर केंद्र सरकार के विरोध में संसद से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला था.