चेन्नई : अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार (Senior AIADMK leader D Jayakumar) ने बुधवार को वी के शशिकला (V K Sasikala) पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 'ऑडियो राजनीति' के जरिये पार्टी में भ्रम पैदा करना चाहती हैं तथा 'बांटो और राज करो' (divide and rule) की नीति अपना रही हैं.
पूर्व मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के प्रयास कभी सफल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि शशिकला पार्टी पर दावा कैसे कर सकती हैं जबकि वह प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं. हाल ही में शशिकला ने अन्नाद्रमुक के कुछ नेताओं से फोन पर बात की थी,जिन्हें बाद में पार्टी से निकाल दिया गया था.
जयकुमार ने इस मुद्दे पर यहां संवाददाताओं से कहा कि शशिकला पार्टी में भ्रम पैदा करने का प्रयास कर रही हैं इसलिए वह 'ऑडियो राजनीति' कर रही हैं और अन्नाद्रमुक का कोई कार्यकर्ता इसे स्वीकार नहीं करेगा. जयकुमार ने कहा कि शशिकला 'बांटो और राज करो' की नीति पर चल रही हैं और पार्टी पर 'कब्जा' करना चाहती हैं जो कभी संभव नहीं होगा.
पूर्व मंत्री ने शशिकला और उनके रिश्तेदार व 'अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम' के अध्यक्ष टी टी वी दिनाकरन की ओर इशारा करते हुए कहा कि कार्यकर्ता जानते हैं कि वे 'किस प्रकार के षड्यंत्रकारी हैं.' जयकुमार ने कहा कि ऐसी साजिश सफल नहीं होगी.
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पूर्व मंत्री के. सी. वीरमणि (K C Veeramani) ने कहा था कि शशिकला पार्टी के लिए 'कलंक' सिद्ध हो चुके कुछ लोगों के जरिए बात कर रही थीं, जबकि ओ. पन्नीरसेल्वम और के. पलानीस्वामी पार्टी के और उसके हितों के लिए काम कर रहे थे.
शशिकला से फोन पर बात करने के लिए पार्टी नेताओं के निष्कासन का विरोध करते हुए शशिकला ने अपने एक वफादार से कहा था कि यदि पन्नीरसेल्वम ने उनके खिलाफ बगावत न की होती तो वह उन्हें 2017 में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने देतीं.
(पीटीआई भाषा)