अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद शहर की रहने वाली युवती आयशा खान ने पति और ससुराल वालों के उत्पीड़न से तंग आकर 25 फरवरी को साबरमती नदी में कूद कर जान दे दी. आयशा ने खुदकुशी करने से पहले एक वीडियो अपने पति को भेजा था, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इस संबंध में सोमवार को आयशा के पिता और उनके वकील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी.
अहमदाबाद में ईटीवी भारत की संवाददाता रोशन आरा ने आयशा का मुकदमा लड़ने वाले वकील जफर खान पठान से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि आयशा के ससुराल वालों पर 21 अगस्त, 2020 में घरेलू हिंसा का केस किया गया था.
जफर पठान ने कहा कि 2018 में आयशा की शादी राजस्थान में हुई थी. शादी के बाद आयशा को पता चला कि उसका पति किसी दूसरी लड़की से मोहब्बत करता है. यह बात उसने अपने ससुराल वालों को बताई, तब से वे लोग आयशा को परेशान करने लगे. इस दौरान आयशा का गर्भपात भी हो गया, लेकिन ससुराल वाले नहीं सुधरे. फिर वे लोग आयशा से दहेज की मांग करने लगे. आयशा के पिता ने डेढ़ लाख रुपये भी दहेज के तौर पर दिए, लेकिन उनकी लालच खत्म नहीं हुई. वह लोग आयशा को मारते थे और प्रताड़ित करते थे. इस वजह से पिछले साल पुलिस में केस किया गया.
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उन्होंने कहा कि जब इस केस का कोई फैसला नहीं आया तो आयशा परेशान रहने लगी और सबसे परेशान होकर आयशा ने 25 फरवरी को आखिरी बार अपने पति आरिफ खान से 72 मिनट तक बात की. इस दौरान आरिफ ने उससे कहा कि मरने के बाद मुझे वीडियो भेज देना. जिसे सुन आयशा और टूट गई. इसके बाद आयशा ने साबरमती नदी में कूद पर जान दे दी.
उन्होंने कहा कि अब आयशा तो नहीं आ सकती लेकिन ऐसी कोई दूसरी आयशा न बन जाए, इसलिए सख्त से सख्त कानून बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि आयशा के पति को जल्द से जल्द सजा दी जाए.