नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद के मानसून सत्र से पहले 18 जुलाई को उच्च सदन के नेताओं की बैठक बुलाई है. उन्होंने बताया कि बैठक 6 मौलाना आजाद रोड पर होगी. संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होगा और 11 अगस्त तक चलने की उम्मीद है. इस बीच, यह पता चला है कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेता मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 19 जुलाई को मिलेंगे.
संसद की बैठक ऐसे समय हो रही है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की जोरदार वकालत की है. संसद का मानसून सत्र पुरानी इमारत में शुरू होगा लेकिन बाद में यह नई इमारत में चला जाएगा, जिसका उद्घाटन 28 मई को पीएम मोदी ने किया था. सत्र के दौरान, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश को बदलने के लिए एक विधेयक ला सकती है.
अध्यादेश ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश को प्रभावी ढंग से रद्द कर दिया, जिसने दिल्ली सरकार को 'सेवाओं' मामले पर अधिक विधायी और प्रशासनिक नियंत्रण दिया था. इस मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) का केंद्र के साथ टकराव चल रहा है. केजरीवाल विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और अध्यादेश के खिलाफ उनका समर्थन मांग रहे हैं.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ट्वीट किया था कि संसद का मानसून सत्र, 2023 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा. उन्होंने सभी दलों से मानसून सत्र के दौरान विधायी व्यवसाय और अन्य विषयों पर उत्पादक चर्चा में योगदान देने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा कि 23 दिनों तक चलने वाले इस सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी. केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा था कि मैं सभी दलों से सत्र के दौरान संसद के विधायी और अन्य कार्यों में रचनात्मक योगदान देने की अपील करता हूं.
संसद का मानसून सत्र पुराने संसद भवन में बुलाया जाएगा. मानसून चरण में संसद सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्षी दल कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.
(एएनआई)