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स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, 60 संस्थान के लाइसेंस निलंबित, 15 हाॅस्पिटल के लाइसेंस निरस्त - आगरा में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

आगरा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए 64 संस्थानों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं. वहीं, 15 हॉस्पिटल के लाइसेंस निरस्त किए हैं. ये कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग ने एक डॉक्टर की डिग्री पर कई अस्पतालों के चलने पर की है.

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Published : Jul 29, 2023, 11:03 AM IST

Updated : Jul 29, 2023, 11:13 AM IST

आगरा: ताजनगरी में एक डॉक्टर की किराए की डिग्री पर कई चिकित्सा संस्थान के रजिस्ट्रेशन का खुलासा होने से डाॅक्टर्स में खलबली मची हुई है. अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बार-बार समय देने पर भी पर्याप्त एनओसी और कागजात जमा न कराने पर जिले के 15 हाॅस्पिटल के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. इसके साथ ही 60 स्वास्थ्य इकाइयों का लाइसेंस सात दिन के लिए सस्पेंड किया गया है. सात दिन में यदि जरूरी एनओसी और दस्तावेज विभाग में जमा नहीं किए गए तो इनके भी लाइसेंस को निरस्त किया जाएगा. इसमें हाॅस्पिटल, पैथोलॉजी और रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल हैं.

बता दें कि बीते माह आगरा में चिकित्सा एवं स्वास्थ विभाग ने यूपी में चिकित्सा संस्थान के रजिस्ट्रेशन के नाम पर चल रहे फर्जीवाडे का खुलासा किया था. इसमें सूबे में 15 डॉक्टरों की डिग्रियों पर 449 अस्पताल और स्वास्थ्य संस्थान पंजीकृत मिले. इससे प्रदेश में हलचल मच गई थी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किए. छापामार कार्रवाई की. इस पर करीब 40 स्वास्थ्य इकाइयों के संचालकों ने खुद ही रजिस्ट्रेशन सरेंडर कर दिए. आगरा में 150 से अधिक इकाइयों का नवीनीकरण रोक दिया गया था.

हर दस्तावेज की जांच कर रही सीएमओ की टीम

सभी को मूल अभिलेख, प्रभारी डॉक्टर, स्टॉफ, पैरा मेडिकल स्टॉफ, अग्निशमन, प्रदूषण और पर्यावरण का अनापत्ति प्रमाण पत्र नियत समय में प्रस्तुत करने की चेतावनी दी गई थी. चिकित्सा विभाग की कार्रवाई पर ऐसे हाॅस्पिटल और चिकित्सा इकाइयों के संचालकों ने नए डॉक्टरों के नाम से आवेदन किए. इनकी जांच के बाद सीएमओ कार्यालय ने 15 हाॅस्पिटल के लाइसेंस निरस्त कर दिए, जबकि 60 को सस्पेंड कर दिया है. इन चिकित्सा संस्थान के संचालकों को सात दिन का समय दिया गया है. इस समयावधि में जवाब न देने पर इनके भी लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे.

सूचना पर दूसरे जिलों में कार्रवाई नहीं

बता दें कि सीएमओ आगरा की टीम ने प्रदेश में चिकित्सा संस्थानों के पंजीकरण में किए जा रहे खेल को उजागर किया. इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी गई. इसके साथ ही दूसरे जिम्मेदार विभाग को सूचना दी. इसके बाद भी आगरा के अलावा दूसरे जिलों में डाॅक्टर्स की किराए की डिग्री से पंजीकृत चिकित्सा संस्थान पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.

20 चिकित्सा इकाइयों पर लगाई जा चुकी है सील

सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एक चिकित्सक के नाम पर कई चिकित्सा संस्थान का रजिस्ट्रेशन होने का खुलासा होने पर जिले में अभियान चलाया जा रहा है. शहर और देहात को मिलाकर करीब 20 इकाइयां सील की जा चुकी हैं. इसमें 14 अस्पताल और छह पैथोलॉजी हैं. इस अभियान में कई झोलाछाप भी पकड़े गए. इतना ही नहीं, छापेमारी में कुछ इकाइयों के संचालक ताला डालकर भाग गए. कुछ संचालकों के खिलाफ विभाग ने मुकदमे भी दर्ज कराए हैं.

आखिरी बार दिया सात दिन का समय

आगरा सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताय कि जिले में सभी चिकित्सा इकाइयों के ऑनलाइन आवेदनों की अच्छी तरह से जांच की गई. इसके बाद 15 अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं. जिले की 64 चिकित्सा इकाइयों को आखिरी बार सात दिनों का समय दिया गया है. इस समयावधि में अगर सभी कागजात और मानक पूरा करेंगे तो इन चिकित्सा इकाइयों के निलंबित लाइसेंस बहाल करने पर विचार किया जाएगा.

इन चिकित्सा संस्थानों के लाइसेंस निरस्त

देव हॉस्पिटल, दिव्या पैथोलॉजी एंड डायग्नोस्टिक सेंटर, डॉ. ओपी गर्ग मेमोरियल आई हॉस्पिटल, जीएस पैथोलॉजी, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, न्यू एक्सीलेंट पैथोलॉजी लैबोरेट्री, न्यू कृष्णा हॉस्पिटल, न्यू पारस नर्सिंग होम, न्यू राधिका हॉस्पिटल, आरएम हॉस्पिटल, एसके हेल्थ केयर, साना डायग्नोस्टिक सेंटर, शनशाइन डायग्नोस्टिक पैथोलाजी, सूर्यांश पैथोलाजी लैब, नीलम हेल्थ क्लिनिक.

इन पैथोलॉजी के लाइसेंस निलंबित

एक्यूरेट पैथोलॉजी, एक्यूरेट पैथोलॉजी लैब, अग्रवाल पैथोलॉजी एंड एक्सरे सेंटर, आगरा हेल्थ केयर पैथोलॉजी, अजय डायग्नोस्टिक सेंटर, आशीर्वाद पैथोलॉजी लैब, भदौरिया एक्सरे एंड उपाध्याय पैथोलॉजी, क्योर एंड केयर पैथोलॉजी, दीपिका पैथोलॉजी, डीएनएस पैथोलॉजी, डीएसआर पैथ लैब, एक्सीलेंट पैथ लैब, फर्स्ट च्वाइस डायग्नोस्टिक, जीआर पैथोलॉजी, गौर पैथोलॉजी लैब, ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर, ग्लोबल पैथोलॉजी सेंटर, हेल्थ आगरा पैथोलॉजी, हेल्थ केयर पैथोलॉजी, हेल्पलाइन पैथोलॉजी, लक्ष्य पैथलैब, लाइफ पैथोलॉजी, मेडिसिन पैथोलॉजी, नाथ डायग्नोस्टिक सेंटर, न्यू डीएनएस पैथलैब, न्यू निदान पैथोलॉजी लैब, न्यू विजन पैथोलॉजी, पीएच योगामंद पैथलैब एक्सरे सेंटर, पूजा पैथोलॉजी लैब, प्रियंका हेल्थकेयर पैथोलॉजी लैब, एसजी पैथोलॉजी कलेक्शन सेंटर, श्री अमर पैथोलॉजी, श्री पैथोलॉजी, सिसोदिया पैथोलॉजी प्वाइंट, यूनिवर्सल डायग्नोस्टिक सेंटर, उन्नति डायग्नोस्टिक सेंटर, वरुण पैथोलॉजी लैब.

इन हॉस्पिटल के लाइसेंस निलंबित

आरोग्य हॉस्पिटल, एएस हॉस्पिटल, बजरंग हॉस्पिटल, द्वारिकाधीश हॉस्पिटल, जीएस हॉस्पिटल, ग्रेस हॉस्पिटल, हेल्थ ग्लांस हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर, जेपी हॉस्पिटल, जय शिव हॉस्पिटल, केबी पटेल टेरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल, कैला देवी हॉस्पिटल, कैलाश हॉस्पिटल, मैक्सफोर्ट हॉस्पिटल, न्यू दिव्यांशी हॉस्पिटल, न्यू मयूर हॉस्पिटल, ओपी हॉस्पिटल, प्रियांशु हॉस्पिटल आरजे हॉस्पिटल, राम कृष्ण हॉस्पिटल, रिषभ हॉस्पिटल, एसएम मल्टी सुपर स्पेशियालिटी चेरिटेबल हॉस्पिटल, सलीम मेमोरियल हॉस्पिटल, सर्वोदय हॉस्पिटल, शान्वी हॉस्पिटल, श्रीराम रतन हॉस्पिटल, सोलंकी हॉस्पिटल, सनराइज हॉस्पिटल.

यह भी पढ़ें: लखनऊ में बलरामपुर अस्पताल की न्यू बिल्डिंग की लिफ्ट गिरी, स्ट्रेचर पर लेटा मरीज चोटिल

आगरा: ताजनगरी में एक डॉक्टर की किराए की डिग्री पर कई चिकित्सा संस्थान के रजिस्ट्रेशन का खुलासा होने से डाॅक्टर्स में खलबली मची हुई है. अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बार-बार समय देने पर भी पर्याप्त एनओसी और कागजात जमा न कराने पर जिले के 15 हाॅस्पिटल के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. इसके साथ ही 60 स्वास्थ्य इकाइयों का लाइसेंस सात दिन के लिए सस्पेंड किया गया है. सात दिन में यदि जरूरी एनओसी और दस्तावेज विभाग में जमा नहीं किए गए तो इनके भी लाइसेंस को निरस्त किया जाएगा. इसमें हाॅस्पिटल, पैथोलॉजी और रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल हैं.

बता दें कि बीते माह आगरा में चिकित्सा एवं स्वास्थ विभाग ने यूपी में चिकित्सा संस्थान के रजिस्ट्रेशन के नाम पर चल रहे फर्जीवाडे का खुलासा किया था. इसमें सूबे में 15 डॉक्टरों की डिग्रियों पर 449 अस्पताल और स्वास्थ्य संस्थान पंजीकृत मिले. इससे प्रदेश में हलचल मच गई थी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किए. छापामार कार्रवाई की. इस पर करीब 40 स्वास्थ्य इकाइयों के संचालकों ने खुद ही रजिस्ट्रेशन सरेंडर कर दिए. आगरा में 150 से अधिक इकाइयों का नवीनीकरण रोक दिया गया था.

हर दस्तावेज की जांच कर रही सीएमओ की टीम

सभी को मूल अभिलेख, प्रभारी डॉक्टर, स्टॉफ, पैरा मेडिकल स्टॉफ, अग्निशमन, प्रदूषण और पर्यावरण का अनापत्ति प्रमाण पत्र नियत समय में प्रस्तुत करने की चेतावनी दी गई थी. चिकित्सा विभाग की कार्रवाई पर ऐसे हाॅस्पिटल और चिकित्सा इकाइयों के संचालकों ने नए डॉक्टरों के नाम से आवेदन किए. इनकी जांच के बाद सीएमओ कार्यालय ने 15 हाॅस्पिटल के लाइसेंस निरस्त कर दिए, जबकि 60 को सस्पेंड कर दिया है. इन चिकित्सा संस्थान के संचालकों को सात दिन का समय दिया गया है. इस समयावधि में जवाब न देने पर इनके भी लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे.

सूचना पर दूसरे जिलों में कार्रवाई नहीं

बता दें कि सीएमओ आगरा की टीम ने प्रदेश में चिकित्सा संस्थानों के पंजीकरण में किए जा रहे खेल को उजागर किया. इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी गई. इसके साथ ही दूसरे जिम्मेदार विभाग को सूचना दी. इसके बाद भी आगरा के अलावा दूसरे जिलों में डाॅक्टर्स की किराए की डिग्री से पंजीकृत चिकित्सा संस्थान पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.

20 चिकित्सा इकाइयों पर लगाई जा चुकी है सील

सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एक चिकित्सक के नाम पर कई चिकित्सा संस्थान का रजिस्ट्रेशन होने का खुलासा होने पर जिले में अभियान चलाया जा रहा है. शहर और देहात को मिलाकर करीब 20 इकाइयां सील की जा चुकी हैं. इसमें 14 अस्पताल और छह पैथोलॉजी हैं. इस अभियान में कई झोलाछाप भी पकड़े गए. इतना ही नहीं, छापेमारी में कुछ इकाइयों के संचालक ताला डालकर भाग गए. कुछ संचालकों के खिलाफ विभाग ने मुकदमे भी दर्ज कराए हैं.

आखिरी बार दिया सात दिन का समय

आगरा सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताय कि जिले में सभी चिकित्सा इकाइयों के ऑनलाइन आवेदनों की अच्छी तरह से जांच की गई. इसके बाद 15 अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं. जिले की 64 चिकित्सा इकाइयों को आखिरी बार सात दिनों का समय दिया गया है. इस समयावधि में अगर सभी कागजात और मानक पूरा करेंगे तो इन चिकित्सा इकाइयों के निलंबित लाइसेंस बहाल करने पर विचार किया जाएगा.

इन चिकित्सा संस्थानों के लाइसेंस निरस्त

देव हॉस्पिटल, दिव्या पैथोलॉजी एंड डायग्नोस्टिक सेंटर, डॉ. ओपी गर्ग मेमोरियल आई हॉस्पिटल, जीएस पैथोलॉजी, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, न्यू एक्सीलेंट पैथोलॉजी लैबोरेट्री, न्यू कृष्णा हॉस्पिटल, न्यू पारस नर्सिंग होम, न्यू राधिका हॉस्पिटल, आरएम हॉस्पिटल, एसके हेल्थ केयर, साना डायग्नोस्टिक सेंटर, शनशाइन डायग्नोस्टिक पैथोलाजी, सूर्यांश पैथोलाजी लैब, नीलम हेल्थ क्लिनिक.

इन पैथोलॉजी के लाइसेंस निलंबित

एक्यूरेट पैथोलॉजी, एक्यूरेट पैथोलॉजी लैब, अग्रवाल पैथोलॉजी एंड एक्सरे सेंटर, आगरा हेल्थ केयर पैथोलॉजी, अजय डायग्नोस्टिक सेंटर, आशीर्वाद पैथोलॉजी लैब, भदौरिया एक्सरे एंड उपाध्याय पैथोलॉजी, क्योर एंड केयर पैथोलॉजी, दीपिका पैथोलॉजी, डीएनएस पैथोलॉजी, डीएसआर पैथ लैब, एक्सीलेंट पैथ लैब, फर्स्ट च्वाइस डायग्नोस्टिक, जीआर पैथोलॉजी, गौर पैथोलॉजी लैब, ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर, ग्लोबल पैथोलॉजी सेंटर, हेल्थ आगरा पैथोलॉजी, हेल्थ केयर पैथोलॉजी, हेल्पलाइन पैथोलॉजी, लक्ष्य पैथलैब, लाइफ पैथोलॉजी, मेडिसिन पैथोलॉजी, नाथ डायग्नोस्टिक सेंटर, न्यू डीएनएस पैथलैब, न्यू निदान पैथोलॉजी लैब, न्यू विजन पैथोलॉजी, पीएच योगामंद पैथलैब एक्सरे सेंटर, पूजा पैथोलॉजी लैब, प्रियंका हेल्थकेयर पैथोलॉजी लैब, एसजी पैथोलॉजी कलेक्शन सेंटर, श्री अमर पैथोलॉजी, श्री पैथोलॉजी, सिसोदिया पैथोलॉजी प्वाइंट, यूनिवर्सल डायग्नोस्टिक सेंटर, उन्नति डायग्नोस्टिक सेंटर, वरुण पैथोलॉजी लैब.

इन हॉस्पिटल के लाइसेंस निलंबित

आरोग्य हॉस्पिटल, एएस हॉस्पिटल, बजरंग हॉस्पिटल, द्वारिकाधीश हॉस्पिटल, जीएस हॉस्पिटल, ग्रेस हॉस्पिटल, हेल्थ ग्लांस हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर, जेपी हॉस्पिटल, जय शिव हॉस्पिटल, केबी पटेल टेरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल, कैला देवी हॉस्पिटल, कैलाश हॉस्पिटल, मैक्सफोर्ट हॉस्पिटल, न्यू दिव्यांशी हॉस्पिटल, न्यू मयूर हॉस्पिटल, ओपी हॉस्पिटल, प्रियांशु हॉस्पिटल आरजे हॉस्पिटल, राम कृष्ण हॉस्पिटल, रिषभ हॉस्पिटल, एसएम मल्टी सुपर स्पेशियालिटी चेरिटेबल हॉस्पिटल, सलीम मेमोरियल हॉस्पिटल, सर्वोदय हॉस्पिटल, शान्वी हॉस्पिटल, श्रीराम रतन हॉस्पिटल, सोलंकी हॉस्पिटल, सनराइज हॉस्पिटल.

यह भी पढ़ें: लखनऊ में बलरामपुर अस्पताल की न्यू बिल्डिंग की लिफ्ट गिरी, स्ट्रेचर पर लेटा मरीज चोटिल

Last Updated : Jul 29, 2023, 11:13 AM IST
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