कैमूर : बिहार के कैमूर जिले के कुदरा थानाक्षेत्र में तीन साल पहले जिस महिला की हत्या की बात बताते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी. उस महिला को जीवित अवस्था में पुलिस ने बरामद किया है.
जानकारी के मुताबिक भभुआ थानाक्षेत्र के ग्राम रुइया के पप्पू साह की पुत्री खुशबू देवी की शादी कुदरा थाना के ग्राम देवराढ़ कला के निवासी चिरकुट साह के पुत्र संदीप साह से हुई थी. मई 2018 में कुदरा थाना के ग्राम बसहीं नहर के पास खेत में एक महिला का शव बरामद हुआ था. खुशबू के मायके वालों ने उसकी पहचान अपनी पुत्री के रूप में की थी. जिसके बाद विवाहिता की हत्या का आरोप लगाते हुए उसके पति समेत ससुराल वालों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी गई. कुदरा थाना के कई जांच अधिकारियों द्वारा मामले का वैज्ञानिक अनुसंधान किया जाता रहा.
पुलिस को मिली कामयाबी
अनुसंधान के क्रम में पुलिस को यह जानकारी मिली की उक्त विवाहिता जीवित अवस्था में है. जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच और तेज कर दी. इसके बाद ठोस साक्ष्य मिले कि विवाहिता मृत नहीं है. आखिरकार कुदरा थाना की पुलिस ने विवाहिता को जीवित अवस्था में पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली. विवाहिता अपने रिश्ते के जीजा के साथ उत्तर प्रदेश में रह रही थी. जांच अधिकारी सचिन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम विवाहिता और उसके रिश्ते के जीजा को थाने ले आई.
विवाहिता अपने रिश्ते के जिस जीजा के साथ इतने समय से शादीशुदा जीवन व्यतीत कर रही थी. उक्त जीजा का नाम मृत्युंजय गुप्ता बताया जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला के जमानिया थाना के ग्राम धरोहिया के निवासी राज नारायण गुप्ता का पुत्र है'. -अजय कुमार, थानाध्यक्ष
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृत्युंजय गुप्ता भी पूर्व से शादीशुदा है और पहली पत्नी से उसे दो बच्चे भी हैं. जिसे छोड़कर अब वह खुशबू देवी के साथ अधौरा से सटे सोनभद्र जिले के एक गांव में रह रहा था. वहीं, इस मामले के खुलने के बाद मायके सहित ससुराल वाले अचंभित हैं.