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पनडुब्बियों के बाद चीन अब बांग्लादेश को देगा वीटी5 लाइट टैंक

हथियारों और दो पनडुब्बियों की एक विस्तृत श्रृंखला की आपूर्ति के साथ चीन ने अपनी बांग्लादेश की आउटरीच योजना को आगे बढ़ाया है. अब चीनी कंपनी नोरिंको (NORINCO) दक्षिण एशियाई देश को बेहतर लाइट टैंक की आपूर्ति कर रही है. वरिष्ठ संवाददाता संजीब कुमार बरुआ की रिपोर्ट.

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Published : Nov 29, 2021, 3:32 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 4:14 PM IST

नई दिल्ली : चीन बांग्लादेश की सेना को 44 वीटी5 लाइट टैंक की आपूर्ति कर रहा है (China supplying 44 VT5 light tanks). आने वाले समय में दक्षिण एशियाई देश को चीन और लाइट टैंक की आपूर्ति कर सकता है क्योंकि बांग्लादेश कम से कम तीन लाइट टैंक रेजिमेंट स्थापित करने की योजना बना रहा है.

2019 में 44 VT5 टैंकों के लिए सौदा किया गया था. ऐसी अफवाहें थीं कि पहला VT5 टैंक 23 अप्रैल, 2020 को बांग्लादेश में उतरा, लेकिन हाल ही में बांग्लादेश सेना में VT5 टैंकों की तस्वीरें सामने आने के साथ ही सौदे की पुष्टि हो गई है.

इनर मंगोलिया में चीन के स्वामित्व वाली हथियार निर्माता कंपनी नोरिंको (NORINCO) (उत्तर उद्योग निगम) के कारखाने हैं. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बांग्लादेश को बेचा जा रहा VT5 टैंक चीनी सेना के टाइप 15 टैंक से बेहतर और आधुनिक सुविधाओं वाला है. चीनी सेना पीएलए ने लद्दाख से जुड़ी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टाइप 15 टैंक तैनात किए हैं.

इन टैंकों की खासियत ये है कि अन्य टैंकों की तुलना में इनका वजह काफी कम है. 30 टन वजन वाले इस टैंक की अधिकतम रफ्तार 70 किमी प्रति घंटा है. इसमें 105एमएम वाली स्मूथ बोर गन है. 12.7 एमएम मशीन गन, 35 मिमी ग्रेनेड लांचर समेत अन्य विशेषताएं इसे और शक्तिशाली बनाती हैं. बांग्लादेश पहले से ही अपनी सेना के आधुनिकीकरण की योजना पर काम कर रहा है.

दो पंडुब्बियों की आपूर्ति कर चुका है चीन
चीन को हथियारों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता माना जाता है. 2017 में बांग्लादेश ने चीन निर्मित दो पनडुब्बियों- बीएन नवजात्रा (BN Nabajatra) और बीएन जोयजात्रा (BN Joyjatra) को अपनी नौसेना में शामिल किया था. लगभग 76 मीटर लंबी और 7.6 मीटर चौड़ी, ये दोनों पनडुब्बियां घातक टॉरपीडो से लैस हैं जो दुश्मन के युद्धपोतों और पनडुब्बियों पर हमला करने की क्षमता रखती हैं.

हथियारों की बात है तो ये गौर करना भी जरूरी है कि बांग्लादेश सेना का मुख्य हथियार बीडी08 (BD-08) असॉल्ट राइफल भी मूल चीनी टाइप 81 असॉल्ट राइफल का एक प्रकार है. चीनियों की तकनीकी मदद से निर्मित BD-08 ने विंटेज .303 बोल्ट एक्शन ब्रिटिश मूल की ली-एनफील्ड राइफलों और चीनी मूल की टाइप 56 और टाइप 63 राइफलों को बदल दिया. बांग्लादेश में सेनाओं के लिए मुख्य हथियार की तलाश 2004 में शुरू हुई थी, लेकिन लगभग चार वर्षों के समय में वह BD-08 तक सीमित हो गया था. यहां बीडी08 बनना शुरू हो चुकी थी.

500 मीटर तक मार कर सकती है बीडी-08 राइफल
साढ़े चार किलो वजन वाली बीडी-08 राइफल की बैरल 955 एमएम की है. इसकी मारक क्षमता 500 मीटर है. इसमें 7.62x39mm के कार्ट्रिज का उपयोग किया जाता है और इससे प्रति मिनट 720 राउंड फायर किए जा सकते हैं यानी ये सभी खासियत इसे प्रचलित AK-47 सहित सर्वश्रेष्ठ राइफलों के बराबर बनाती हैं. चीन बांग्लादेश के मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी 2000) और टाइप-69 मध्यम टैंकों का आपूर्तिकर्ता भी है.

पढ़ें- पिछले 4 सालों में भारत का हथियार आयात घटा, पाकिस्तान ने चीन से खरीदे सबसे ज्यादा हथियार

अन्य उपकरणों और हथियारों की बात की जाए तो चीन टैंक रोधी मिसाइलों और रॉकेटों, रॉकेट चालित हथगोले और मोर्टार, टो किए गए तोपखाने, MANPADS, विमान-रोधी तोपों और रडार सहित वायु रक्षा प्रणालियों के मुख्य आपूर्तिकर्ताओं में से एक है. यह चीन निर्मित चेंगदू F7 भी है जो बांग्लादेश वायु सेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमानों में से एक है. गौरतलब है कि एशिया के दो दिग्गज देश भारत और चीन इस समय द्विपक्षीय संबंधों को लेकर तनाव के दौर से गुजर रहे हैं. सीमा पर सैन्य बलों की बड़ी तैनाती हो रही है. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में यथासंभव अधिक से अधिक कूटनीतिक और रणनीतिक स्थान बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

पढ़ें- 'स्टील्थ' फोकस के साथ चीन के ट्विन-सीटर J-20 फाइटर ने दुनिया को चौंकाया

नई दिल्ली : चीन बांग्लादेश की सेना को 44 वीटी5 लाइट टैंक की आपूर्ति कर रहा है (China supplying 44 VT5 light tanks). आने वाले समय में दक्षिण एशियाई देश को चीन और लाइट टैंक की आपूर्ति कर सकता है क्योंकि बांग्लादेश कम से कम तीन लाइट टैंक रेजिमेंट स्थापित करने की योजना बना रहा है.

2019 में 44 VT5 टैंकों के लिए सौदा किया गया था. ऐसी अफवाहें थीं कि पहला VT5 टैंक 23 अप्रैल, 2020 को बांग्लादेश में उतरा, लेकिन हाल ही में बांग्लादेश सेना में VT5 टैंकों की तस्वीरें सामने आने के साथ ही सौदे की पुष्टि हो गई है.

इनर मंगोलिया में चीन के स्वामित्व वाली हथियार निर्माता कंपनी नोरिंको (NORINCO) (उत्तर उद्योग निगम) के कारखाने हैं. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बांग्लादेश को बेचा जा रहा VT5 टैंक चीनी सेना के टाइप 15 टैंक से बेहतर और आधुनिक सुविधाओं वाला है. चीनी सेना पीएलए ने लद्दाख से जुड़ी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टाइप 15 टैंक तैनात किए हैं.

इन टैंकों की खासियत ये है कि अन्य टैंकों की तुलना में इनका वजह काफी कम है. 30 टन वजन वाले इस टैंक की अधिकतम रफ्तार 70 किमी प्रति घंटा है. इसमें 105एमएम वाली स्मूथ बोर गन है. 12.7 एमएम मशीन गन, 35 मिमी ग्रेनेड लांचर समेत अन्य विशेषताएं इसे और शक्तिशाली बनाती हैं. बांग्लादेश पहले से ही अपनी सेना के आधुनिकीकरण की योजना पर काम कर रहा है.

दो पंडुब्बियों की आपूर्ति कर चुका है चीन
चीन को हथियारों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता माना जाता है. 2017 में बांग्लादेश ने चीन निर्मित दो पनडुब्बियों- बीएन नवजात्रा (BN Nabajatra) और बीएन जोयजात्रा (BN Joyjatra) को अपनी नौसेना में शामिल किया था. लगभग 76 मीटर लंबी और 7.6 मीटर चौड़ी, ये दोनों पनडुब्बियां घातक टॉरपीडो से लैस हैं जो दुश्मन के युद्धपोतों और पनडुब्बियों पर हमला करने की क्षमता रखती हैं.

हथियारों की बात है तो ये गौर करना भी जरूरी है कि बांग्लादेश सेना का मुख्य हथियार बीडी08 (BD-08) असॉल्ट राइफल भी मूल चीनी टाइप 81 असॉल्ट राइफल का एक प्रकार है. चीनियों की तकनीकी मदद से निर्मित BD-08 ने विंटेज .303 बोल्ट एक्शन ब्रिटिश मूल की ली-एनफील्ड राइफलों और चीनी मूल की टाइप 56 और टाइप 63 राइफलों को बदल दिया. बांग्लादेश में सेनाओं के लिए मुख्य हथियार की तलाश 2004 में शुरू हुई थी, लेकिन लगभग चार वर्षों के समय में वह BD-08 तक सीमित हो गया था. यहां बीडी08 बनना शुरू हो चुकी थी.

500 मीटर तक मार कर सकती है बीडी-08 राइफल
साढ़े चार किलो वजन वाली बीडी-08 राइफल की बैरल 955 एमएम की है. इसकी मारक क्षमता 500 मीटर है. इसमें 7.62x39mm के कार्ट्रिज का उपयोग किया जाता है और इससे प्रति मिनट 720 राउंड फायर किए जा सकते हैं यानी ये सभी खासियत इसे प्रचलित AK-47 सहित सर्वश्रेष्ठ राइफलों के बराबर बनाती हैं. चीन बांग्लादेश के मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी 2000) और टाइप-69 मध्यम टैंकों का आपूर्तिकर्ता भी है.

पढ़ें- पिछले 4 सालों में भारत का हथियार आयात घटा, पाकिस्तान ने चीन से खरीदे सबसे ज्यादा हथियार

अन्य उपकरणों और हथियारों की बात की जाए तो चीन टैंक रोधी मिसाइलों और रॉकेटों, रॉकेट चालित हथगोले और मोर्टार, टो किए गए तोपखाने, MANPADS, विमान-रोधी तोपों और रडार सहित वायु रक्षा प्रणालियों के मुख्य आपूर्तिकर्ताओं में से एक है. यह चीन निर्मित चेंगदू F7 भी है जो बांग्लादेश वायु सेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमानों में से एक है. गौरतलब है कि एशिया के दो दिग्गज देश भारत और चीन इस समय द्विपक्षीय संबंधों को लेकर तनाव के दौर से गुजर रहे हैं. सीमा पर सैन्य बलों की बड़ी तैनाती हो रही है. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में यथासंभव अधिक से अधिक कूटनीतिक और रणनीतिक स्थान बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

पढ़ें- 'स्टील्थ' फोकस के साथ चीन के ट्विन-सीटर J-20 फाइटर ने दुनिया को चौंकाया

Last Updated : Nov 29, 2021, 4:14 PM IST
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