चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने के बाद जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस बीच परगट सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह 2002 और 2007 के समय वाली अपनी सरकार के जैसा काम नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 2019 में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को राज्य में चल रहे खनन माफिया सहित सभी मुद्दों के बारे में एक पत्र लिखा था. उसके बाद भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनके साथ ठीक से संवाद तक नहीं किया.
लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें कांग्रेस के शासन में न्याय मिलेगा, लेकिन अभी तक दोषियों को पकड़ा नहीं गया है.
परगट सिंह ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इरादों पर सवाल उठाया और कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण लोगों में अफवाह है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और बादल परिवार आपस में मिले हुए हैं.
इस बीच, ईटीवी भारत ने सवाल किया कि सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किस लिए इस्तीफा दिया कि उनकी सीट पंथिक है.
इस के जवाब मे परगट सिंह ने कहा कि सीट चाहे पंथिक हो या कोई और जनता से किये वादे पुरे किये जाने चाहिए. राज्य में जो हालात हैं उसके लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें सुधारें क्योंकि वह एक राज्य के प्रमुख हैं.
इस बीच परगट सिंह ने यह भी कहा कि यह तय करना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निर्भर था कि वे कानूनी टीम में बदलाव करें या नहीं, लेकिन अच्छे वकीलों और टीम की कमी के कारण गोलिकांड मामले के दोषी नहीं पकड़े गए.
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हरियाणा उच्च न्यायालय में रिपोर्ट की अस्वीकृति के बाद, अकाली दल जश्न मना रहा है. आज की बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने विचार देते हुए परगट सिंह ने कहा कि अगर लोगों के साथ न्याय नहीं होता है, तो इसके परिणाम में कैप्टन अमरिंदर सिंह की छवि खराब हो जाएगी.