पटनाः कुछ सालों पहले तक देश की राजनीति की दिशा और दशा बाहुबली और धनबली तय किया करते थे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीति के अपराधीकरण पर ब्रेक तो लगी, लेकिन आज भी देश के 40% सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बात अगर बिहार की करें तो एडीआर के मिताबिक यहां के 73 फीसदी सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
ये भी पढे़ंः ADR Report Analysis: यूपी-बिहार के मुख्यमंत्रियों से 'अमीर' हैं उत्तराखंड के सीएम धामी, जानिए कितनी है संपत्ति
कई सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामलेः दरअसल एडीआर की ताजा रिपोर्ट में चौका देने वाले तथ्य सामने आए हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मौजूदा 763 सांसदों में 306 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यानी 40% सांसद दागी हैं, जिनमें से 25% के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
सबसे अधिक दागी सांसद आरजेडी मेंः केरल राज्य के बाद बिहार में दागी सांसदों की तादाद सबसे ज्यादा है. बिहार के 56 सांसदों में 41 यानी की 73 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बिहार में 28 सांसदों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के अनुसार बिहार की सत्ताधारी पार्टी राजद में सबसे अधिक दागी सांसद हैं. राष्ट्रीय जनता दल के छह में से पांच सांसद दागी हैं.
कई सांसदों पर हैं गंभीर मामले दर्जः एडीआर की ताजा रिपोर्ट के मुकाबिक देश के 11 मौजूदा सांसदों ने हत्या से संबंधित मामले 32 मौजूदा सांसदों ने हत्या के प्रयास, जबकी 21 मौजूदा सांसदों ने महिला के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है. 21 सांसदों में चार सांसदों ने दुष्कर्म से संबंधित मामलों की घोषणा की है.
देश के 53 सांसद अरबपति: संसद में धनबलियों की संख्या भी अच्छी खासी है. लोकसभा और राज्यसभा के हर सदस्य के पास औसतन 38.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इस तरह हमारे देश का हर सांसद करोड़पति है. कुल मिलाकर 53 सांसद अरबपति हैं, जो सांसदों की संख्या का 7% है.
ADR रिपोर्ट पर बिहार में सियासत शुरू : अब एडीआर रिपोर्ट को लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है और राजनीतिक दल एक दूसरे को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. भाजपा नेता और विधान पार्षद अनिल शर्मा ने कहा है कि महागठबंधन में दागी नेता भरे पड़े हैं. राजद इस मामले में अव्वल है. उनके नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव खुद दागी हैं. बिहार में अराजक स्थित है और विधि व्यवस्था की स्थिति बिल्कुल चौपट है.
"महागठबंधन के मंत्रिमंडल में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने बिहार को लूटा है. इन लोगों ने बिहार को बर्बाद किया है. इस लिए बिहार को लूटने का श्रेय महागठबंधन के मंत्रिमंडल के माननीय को जाता है".- अनिल शर्मा, विधान पार्षद, बीजेपी
देश में चर चल रही परसेप्शन की राजनीति : एडीआर रिपोर्ट पर राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि देश में इन दोनों परसेप्शन की राजनीति चल रही है. हमारे नेता गरीबों के हक की लड़ाई लड़ते हैं. इसलिए उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जाता है. भाजपा को यह भी जवाब देना चाहिए कि दागी नेता केंद्र में मंत्री कैसे बने हुए हैं. वहीं जदयू के विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा है कि "हमारे नेता क्राइम, करप्शन और कम्यूनलिज्म पर समझौता नहीं करते हैं. हमारे नेता एक सेकंड भी ऐसे नेता को बर्दाश्त नहीं कर सकते जिनके ऊपर आरोप सिद्ध हो गया हो".
"सूची में अव्वल भारतीय जनता पार्टी के लोग शामिल हैं. इसके मंत्री केंद्र में बने हुए है. इसमें प्रमाणिक और टेनी जैसे लोग शामिल हैं. इनलोगों ने जघन्य अपराध किया है, लेकिन इस पर कोई बातचीत नहीं होती है". - एजाज अहमद, प्रवक्ता, आरजेडी