कानपुर: कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) की कोठी के पास बने पुराने पंचायत भवन में विकास दुबे का 653 बोरे में भरा अनाज मिला है. यह भवन विकास दुबे ने ही अपनी प्रधानी के दौरान बनवाया था और यहां अपने खेतों से गेहूं लाकर भरवा दिया था, जो कि आज भी इसी पंचायत भवन के कमरों में रखा था. पंचायत भवन के दरवाजों पर विकास दुबे ने ताला लगाया हुआ था. इससे पहले ग्राम प्रधान मधु कमल ने डीएम को शिकायती पत्र भेज कर पंचायत भवन खाली कराने की मांग की थी. बता दें कि मधु देवी अब बिकरू गांव की प्रधान हैं.
डीएम के आदेश पर कार्यवाहक जिलापूर्ति अधिकारी जितेंद्र पाठक ने अधीनस्थों संग बिकरू गांव पहुंचकर जांच-पड़ताल की तो पंचायत भवन में 653 बोरा अनाज भरा मिला. इसमें 608 बोरा गेहूं व 45 बोरा चावल निकला. ज्यादातर अनाज में दीमक लग गया है. वहीं, अधिकारियों ने बताया कि 23 मई को इस अनाज को नीलाम कराया जाएगा.
बिकरू कांड के बाद गैंगस्टर विकास दुबे को एनकाउंटर में मारा जा चुका है, लेकिन 22 महीने बाद भी गांव में उसका खौफ जिंदा है. गांव वाले बताते हैं कि उसका पंचायत भवन पर कब्जा था. खेतों से आने वाले अनाज को पंचायत भवन के कमरों में भरा जाता था.
पंचायत भवन में पहले मिले थे 4 देसी बम
बिकरू कांड के बाद पुलिस अधिकारियों ने जब पंचायत भवन की तलाशी ली थी तो उस दौरान एक कमरे में पेटी के भीतर 4 देसी बम मिले थे. जिन्हें कब्जे में लेकर निष्क्रिय कराया गया था. वहीं, पंचायत भवन के एक कमरे में हत्याकांड के बाद से ही ताला बंद था.
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