कोलकाता : भाजपा विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बीरभूम के सूरी में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस की आलोचना की. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल ने लगभग अधिकारी की टिप्पणी का समर्थन किया और कहा कि नेता को बयान देने का अधिकार है (Governor Bose on Suvendu Adhikari criticism).
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, 'विपक्षी नेता को अपने विचार व्यक्त करने का कानूनी अधिकार है.' शुभेंदु ने आरोप लगाया था कि राज्यपाल राज्य सरकार के साथ मिलकर कुछ अवैध काम कर रहे हैं. अधिकारी के बयान का खुद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गोलमोल तरीके से समर्थन किया.
गुरुवार शाम को भारतीय संग्रहालय में एक कार्यक्रम के बाद राज्यपाल को शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी पर बोलने के लिए कहा गया. इसके जवाब में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने जो कहा वह अधिकारी के बयान का एक तरह से अनुमोदन था.
गौरतलब है कि शुभेंदु अधिकारी ने सिउरी जाते समय राज्यपाल पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि 'राज्यपाल सरकार के साथ मिलकर कुछ अवैध काम कर रहे हैं. मुझे अवैध गतिविधियों की जानकारी है. मैं व्यक्तिगत हमले नहीं करना चाहता. लोकायुक्त अवैध रूप से किया गया था.'
गुरुवार को भारतीय संग्रहालय में फोटो गैलरी के उद्घाटन के अवसर पर राज्यपाल के साथ फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन उपस्थित थे. इमैनुएल लेनिन ने 'सीइंग यू, सीइंग मी' शीर्षक वाली फोटो गैलरी के उद्घाटन पर कहा, 'यह परियोजना मानव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं की पड़ताल करती है. फोटोग्राफी की जड़ में अभ्यास और अनुभव है. कथात्मक फोटोग्राफी और चित्र जो दर्शक स्वेच्छा से या अनैच्छिक रूप से बातचीत करता है.'
पढ़ें- West Bengal News: सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में राज्य के गरीबों का पैसा इस्तेमाल कर रही है केंद्र सरकार: तृणमूल कांग्रेस