दुर्ग: डेटिंग और मीटिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने और बदनामी का डर दिखाकर मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश किया है. इसी गिरोह के लोगों ने पद्मनभापुर थाना क्षेत्र में सिविल कॉन्ट्रैक्टर से ठगी की थी. दुर्ग पुलिस ने कोलकाता में 10 दिन रेकी करने के बाद 5 आरोपियों के गिरफ्तार किया है. इनमें 2 पुरुष और 3 महिलाएं हैं. ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस सोमवार को 2 आरोपियों को दुर्ग लेकर आई. बाकी के 3 आरोपियों को भी जल्द दुर्ग लाया जाएगा. पूरे गिरोह में 30 से 40 लोगों के शामिल होने का कयास लगाया जा रहा है. पहले माड्यूल को ध्वस्त करने के बाद पुलिस अब मास्टर माइंड की तलाश में जुट गई है.
प्रेमी युगल ने उगले जालसाजी के राज: ट्रांजिट रिमांड पर लाए गए प्रेमी युगल ने जालसाजी से जुड़े राज खोले. गिरोह ऑनलाइन डेटिंग साइट में रजिस्ट्रेशन कराकर लोगों को पहले लुभावने मैसेज करता था. मैसेज के झांसे में जो आता, उनसे डेटिंग मीटिंग कराने के लिए रकम की मांग की जाती थी. इस दौरान गिरोह मोबाइल में लगातार एसएमएस भेजता था. डेटिंग मीटिंग के नाम पर लुभावने ऑफर दिए जाते, जिसमें सिल्वर, गोल्ड, प्लेटिनम, और ग्रीन कार्ड मेंबरशिप देने की बात भी कही जाती. गिरोह में सौम्य ज्योति दास, प्रिया मंडल, रेहान आलम, दिशा बरुआ, शाहीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी रेहान डेटा उपलब्ध करता, जिसके बाद प्रिया मंडल, दिशा, शाहीन अपना नाम बदलकर लोगों को झांसे में लेती थीं.
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72 साल के बुजुर्ग से की थी 11 लाख की ठगी: दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि "पद्मनभापुर निवासी 72 वर्षीय एक बुजुर्ग ने पुलिस से शिकायत की थी. नवंबर 2022 को उन्हें एक एसएमएस आया था, जिसमें 'आई एम जेनसी, प्लीज कॉल मी' लिखा हुआ था. उस नंबर पर फोन करने पर रजिस्ट्रेशन करवाकर आईडी बनवाने के बाद डेटिंग और मीटिंग कराने की बात कही गई. इसके बाद न तो डेटिंग कराई गई न ही उनके 11 लाख रुपए वापस किए गए. विवेचना में आरोपियों की लोकेशन कोलकाता थी. पुलिस ने 10 दिन रेकी करने के बाद 5 आरोपियों के कोलकाता से गिरफ्तार किया है. इनमें सौम्य ज्योति दास और प्रिया मंडल शादी करने जा रहे थे, उसी दौरान पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया."
पोर्न साइट देखने वालों को बनाते थे निशाना: दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक "सेक्सटॉर्शन के मामले में आरोपी रेहान ओडिशा और वेस्ट बंगाल से पोर्न साइट देखने वालों का डाटा उपलब्ध कराता था. आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए Linking Earth Teeh Solution & Cloud Data Solution नाम से कंपनी बनाकर फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे. पोर्न साइट देखने वालो को एसएमएस भेजकर लुभावने ऑफर दिया करते थे. एक बार जब रजिस्ट्रेशन और कार्ड बन जाता तो गिरोह राशि रिफंड या प्राइवेसी भंग करने का डर दिखाकर लाखों रुपए की डिमांड करता था. अब तक यह गिरोह पूरे देश में 600 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इसकी साइट में 10 लाख से अधिक मेंबर हैं."