जहानाबादः बिहार के जहानाबाद में पुलिस ने युवक को गोली मारी थी. बाइक सवार युवक का कसूर सिर्फ इतना था कि वह वाहन चेकिंग कर रही पुलिस को देखकर भगाने लगा था, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने के बजाय गोली मार दी, कमर में गोली लगने के कारण युवक कुछ दूर जाकर गिर गया. लोगों ने देखा तो उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन पुलिस युवक को अस्पताल में भर्ती नहीं कराकर मौके से फरार हो गई थी. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जहानाबाद एसपी ने गोली मारने वाले दारोगा और थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की. इसके साथ-साथ पूरी चेकिंग टीम को ही सस्पेंड कर दिया गया है.
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क्या है मामलाः दरअसल, मंगलवार की शाम जिले के ओकरी थाना के अनंतपुर गांव के पास वाहन चेकिंग हो रहा था. इस दौरान नालंदा के मैयमा कोरथु निवासी सुधीर कुमार बाइक से जहानाबाद बाजार जा रहा था. रास्ते में वाहन चेकिंग को देखकर वह डर गया, क्योंकि उसके पास हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था. वह रास्ते से ही वापस हो गया. इसके बाद पुलिस उसका पीछा करने लगी, जिससे डरकर वह बाइक भगाने लगा. आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान गोली चला दी. गोली बाइक सवार युवक को लग गई. जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया.
पुलिस मौके से हो गई फरारः युवक को कमर में गोली लगी. काफी दूर तक वह खुद को संभाल कर जाता रहा, लेकिन आगे जाकर वह बेहोश होकर गिर गया. लोगों की नजर पड़ी तो दौड़कर युवक को बचाने पहुंचे. लोगों ने देखा कि उसे गोली लगी है. इसके बाद आनन फानन में उसके परिजनों को सूचना देकर स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं युवक को गोली मारने के बाद पुलिस मौके से फरार हो गई थी.
परिजनों का आरोपः गोली से घायल युवक के पिता ने पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया. कहा कि मेरा बेटा बाजार जा रहा था, इस दौरान पुलिस ने गोली मारी है, जिससे वह जख्मी हो गया है. पुलिस चाहती तो उसे पकड़ सकती थी, लेकिन गोली मारने के बाद फरार हो गई. युवक के पिता ने ओकरी थानाध्यक्ष चंद्रहास कुमार और दारोग मुमताज अहमद पर गोली चलाने का आरोप लगाया.
एसपी की कार्रवाईः युवक को गोली मारने के मामले को जहानाबाद एसपी दीपक रंजन ने गंभरती से लिया. एसपी ने घोसी सर्किल इंस्पेक्टर और एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय को जांच करने का आदेश दिया. जांच रिपोर्ट में दारोगा मुमताज अहमद और ओकरी थानाध्यक्ष चंद्रहास कुमार दोषी पाए गए. इसके बाद एसपी ने गोली चलाने वाले दारोगा को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. साथ ही थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया है. मतलब साफ है कि मामला अभी और तूल पकड़ेगा.