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बिहार शराब कांड: SHO और चौकीदार सस्पेंड, DSP का तबादला, अबतक 36 मौतें

बिहार के छपरा में जहरीली शराबकांड में थानेदार और चौकीदार पर गाज गिरी है. दोनों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. ये कार्रवाई एसपी संतोष कुमार (SP Santosh Kumar) ने की है. मढ़ौरा डीएसपी पर भी तबादले की तलवार लटकी है.

छपरा शराब कांड
छपरा शराब कांड
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Published : Dec 15, 2022, 11:31 AM IST

Updated : Dec 15, 2022, 11:50 AM IST

छपराः बिहार के छपरा में बुधवार को जहरीली शराब से हुई 36 लोगों की मौत मामले में एसपी संतोष कुमार ने बड़ी कार्रवाई (Action In Chapra Poisonous Liquor Case) की है. जहरीली शराबकांड मामले में मशरक के थानेदार रितेश मिश्रा और चौकीदार विकेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (SI and chowkidar suspended in chapra) कर दिया गया है. वहीं, मढ़ौरा के डीएसपी के ताबदले और विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा भी की गई है.

ये भी पढ़ेंः शराबबंदी वाले बिहार में 30 लोगों की मौत, जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका

डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठितः घटना के बाद छपरा में अवैध शराब कारोबारियों को गिरफ्त में लेने के लिए एसपी संतोष कुमार ने मढ़ौरा डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. इसके अलावा दो और टीमों का गठन भी किया गया है. मशरक और इसुआपुर थाना इलाके में छापेमारी तेज कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार अलग अलग क्षेत्रों में करीब 83 लोगों को पकड़ा गया है. पुलिस छापेमारी के बाद से धंधेबाजों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, सारण जिला पदाधिकारी राजेश मीणा ने अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मढ़ौरा के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने और स्थानांतरण की अनुशंसा विभाग से की है.

एसपी ने दिए सख्त आदेशः एसपी ने एसडीओ और एसडीपीओ, सदर छपरा, मढ़ौरा और सोनुपर को आदेश दिया है कि मांझी, मशरक, मकेर और रसूलपुर के समीप स्थित अन्तर्राज्यीय अंतरजिला चेक पोस्ट का भी संयुक्त रूप से निरीक्षण कर प्रतिवेदन समर्पित करें. इसके साथ ही इसुआपुर, मशरक, मढ़ौरा और अमनौर प्रखंडों के सीमावत्ती क्षेत्रों और प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण भी करें. इसके अलावा पुलिस ने शराब तस्करी से जुड़े कई लोगों पर भी कार्रवाई की है.

पुलिस मुख्यालय का क्या है कहना: वहीं, बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक सारण जिले में जहरीली शराब से अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं, पांच लोग इलाजरत हैं. हालांकि जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मौत की खबर है. शराब कारोबार से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाकी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.

मृत व्यक्तियों के नाम.....

1. संजय कुमार सिंह पुत्र वकील सिंह, डोयला

2. हरेंद्र राम पुत्र गणेश राम, मशरक तख्त

3. भरत साह पुत्र गोपाल साह, शास्त्री टोला , मशरक

5. मोहम्मद नसीर पुत्र शमशुद्दीन मिया, तख्त, मशरक

6. विचेन्द्र राय पुत्र नरसिंग राय, डोयला

7. रामजी साह पुत्र गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक

8. अजय गिरी पुत्र सूरज गिरी, बहरौली, मशरक

9. मनोज कुमार पुत्र लालबहादुर राम, दुरगौली, मशरक

10. भरत राम पुत्र मोहर राम, मशरक तख्त

11.कुणाल सिंह पुत्र जद्दु सिंह, यदु मोड़ , मशरक

12. जयदेव सिंह पुत्र विन्दा सिंह, बेन छपरा, छपरा

13. अमित रंजन सिन्हा पुत्र दिवेन्द्र सिन्हा, डोयला, इसुआपुर

14. गोविंदा राय पुत्र घिनावन राय, पचखण्डा, मशरक

15. रमेश राम पुत्र कन्हैया राम, बेन छपरा, मशरक

16. ललन राम पुत्र स्व करीमन राम, शियरभुक्का, मशरख

17. प्रेमचंद पुत्र मुन्नीलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर

18. दिनेश ठाकुर पुत्र अशरफी ठाकुर, महुली, इसुआपुर

19. चंद्रमा राम पुत्र हेमराज राम, मशरक

20. विक्की महतो पुत्र सुरेश महतो, मढ़ौरा

21. सलाउद्दीन पुत्र वकील मिया, हुस्सेपुर, अमनौर

22. उमेश राय, शिवपूजन राय, हुस्सेपुर, अमनौर

23. उपेंद्र राम पुत्र अक्षलाल राम, हुस्सेपुर, अमनौर

24. शैलेन्द्र राय पुत्र दीनानाथ राय, बहरौली, मशरक

25. दूधनाथ तिवारी पुत्र महावीर तिवारी, बहरौली

26. इकरामुल हक पुत्र मकसूद अंसारी, बहरौली, मशरक

27. सीताराम राय पुत्र सिपाही राय, बहरौली, मशरक

28. अनिल ठाकुर पुत्र परमा ठाकुर, बहरौली, मशरक

29. जगलाल साह पुत्र भरत साह, बहरौली, मशरक

30, चंदेश्वर साह पुत्र भिखारी साह, बहरौली, मशरक

31.रमेश महतो पुत्र लालापुर, मढ़ौरा

32. रंगीला महतो पुत्र लाला पुर, मढ़ौरा

33. विक्रम राज पुत्र स्व हरनारायन प्रसाद, खरौनी , मढ़ौरा

34. जयप्रकाश सिंह पुत्र बृजभूषण सिंह, गोपालबाड़ी इंद्रापुरी, मशरक

35. दशरथ महतो पुत्र केसर महतो, डोयला, इसुआपुर

36. सुरेंद्र महतो पुत्र जमुना महतो, लालापुर, मढ़ौरा

गांवों में पसरा मातमी सन्नाटाः आपको बता दें कि छपरा में पिछले 24 घंटों के दौरान जहरीली शराब पीने से 36 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अभी भी कई लोगों की हालत खराब है. दर्जनों लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद जान गंवाने वाले लोगों को गांवों में मातमी सन्नाटा पसरा है. गांव वाले कहते हैं कि यहां शराबबंदी का कोई असर नहीं दिखता. आए दिन लोगों को शराब में नशे में देखा जाता है. शराबबंदी के बावजूद लोग चोरी छिपे शराब पी ही रहे हैं.

शराबबंदी पर उठ रहे हैं सवालः मालूम हो कि इससे पहले भी इसी साल अगस्त में मढौरा और मशरक में तकरीबन 13 लोगों की शराब पीने से मृत्यु हुई थी. इस मामले में भी पुलिस पल्ला झाड़ती नजर आई थी, अब इस घटना को लेकर भी लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में जहरीली शराब के सेवन से करीब 173 लोगों की मौत हुई है. जनवरी 2022 में बिहार के बक्सर, सारण और नालंदा जिलों में बैक टू बैक घटनाओं में 36 लोगों की मौत हुई थी. ये घटनाएं साबित करती हैं कि बिहार में शराबबंदी विफल है, लेकिन सरकार इस हकीकत को स्वीकार नहीं करना चाहती.

बिहार में शराबबंदी कानून फेल : बता दें कि 5 अप्रैल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद भी बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से लागू नहीं हो पा रही है. इस कारण से जहरीली शराब से बिहार के विभिन्न जिलों में लोगों की मौत होती रहती है. यह पहली बार नहीं है, जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जहरीली शराब से हो रही मौत का जिम्मेदार कौन है. क्या वह शराब माफिया जो जहरीली शराब बेच रहे हैं या वह प्रशासन जिनकी मिलीभगत से शराब जिलों में बेची जा रही है. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जहरीली शराब से मौत का जिम्मेदार सिर्फ चौकीदार या थाना प्रभारी ही कैसे हो सकते हैं, जिन्हें शराब से मौत के मामले में अक्सर दोषी पाकर सस्पेंड कर दिया जाता है, जबकि शराब के बड़े कारोबारियों पर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.

छपराः बिहार के छपरा में बुधवार को जहरीली शराब से हुई 36 लोगों की मौत मामले में एसपी संतोष कुमार ने बड़ी कार्रवाई (Action In Chapra Poisonous Liquor Case) की है. जहरीली शराबकांड मामले में मशरक के थानेदार रितेश मिश्रा और चौकीदार विकेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (SI and chowkidar suspended in chapra) कर दिया गया है. वहीं, मढ़ौरा के डीएसपी के ताबदले और विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा भी की गई है.

ये भी पढ़ेंः शराबबंदी वाले बिहार में 30 लोगों की मौत, जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका

डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठितः घटना के बाद छपरा में अवैध शराब कारोबारियों को गिरफ्त में लेने के लिए एसपी संतोष कुमार ने मढ़ौरा डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. इसके अलावा दो और टीमों का गठन भी किया गया है. मशरक और इसुआपुर थाना इलाके में छापेमारी तेज कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार अलग अलग क्षेत्रों में करीब 83 लोगों को पकड़ा गया है. पुलिस छापेमारी के बाद से धंधेबाजों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, सारण जिला पदाधिकारी राजेश मीणा ने अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मढ़ौरा के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने और स्थानांतरण की अनुशंसा विभाग से की है.

एसपी ने दिए सख्त आदेशः एसपी ने एसडीओ और एसडीपीओ, सदर छपरा, मढ़ौरा और सोनुपर को आदेश दिया है कि मांझी, मशरक, मकेर और रसूलपुर के समीप स्थित अन्तर्राज्यीय अंतरजिला चेक पोस्ट का भी संयुक्त रूप से निरीक्षण कर प्रतिवेदन समर्पित करें. इसके साथ ही इसुआपुर, मशरक, मढ़ौरा और अमनौर प्रखंडों के सीमावत्ती क्षेत्रों और प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण भी करें. इसके अलावा पुलिस ने शराब तस्करी से जुड़े कई लोगों पर भी कार्रवाई की है.

पुलिस मुख्यालय का क्या है कहना: वहीं, बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक सारण जिले में जहरीली शराब से अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं, पांच लोग इलाजरत हैं. हालांकि जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मौत की खबर है. शराब कारोबार से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाकी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.

मृत व्यक्तियों के नाम.....

1. संजय कुमार सिंह पुत्र वकील सिंह, डोयला

2. हरेंद्र राम पुत्र गणेश राम, मशरक तख्त

3. भरत साह पुत्र गोपाल साह, शास्त्री टोला , मशरक

5. मोहम्मद नसीर पुत्र शमशुद्दीन मिया, तख्त, मशरक

6. विचेन्द्र राय पुत्र नरसिंग राय, डोयला

7. रामजी साह पुत्र गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक

8. अजय गिरी पुत्र सूरज गिरी, बहरौली, मशरक

9. मनोज कुमार पुत्र लालबहादुर राम, दुरगौली, मशरक

10. भरत राम पुत्र मोहर राम, मशरक तख्त

11.कुणाल सिंह पुत्र जद्दु सिंह, यदु मोड़ , मशरक

12. जयदेव सिंह पुत्र विन्दा सिंह, बेन छपरा, छपरा

13. अमित रंजन सिन्हा पुत्र दिवेन्द्र सिन्हा, डोयला, इसुआपुर

14. गोविंदा राय पुत्र घिनावन राय, पचखण्डा, मशरक

15. रमेश राम पुत्र कन्हैया राम, बेन छपरा, मशरक

16. ललन राम पुत्र स्व करीमन राम, शियरभुक्का, मशरख

17. प्रेमचंद पुत्र मुन्नीलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर

18. दिनेश ठाकुर पुत्र अशरफी ठाकुर, महुली, इसुआपुर

19. चंद्रमा राम पुत्र हेमराज राम, मशरक

20. विक्की महतो पुत्र सुरेश महतो, मढ़ौरा

21. सलाउद्दीन पुत्र वकील मिया, हुस्सेपुर, अमनौर

22. उमेश राय, शिवपूजन राय, हुस्सेपुर, अमनौर

23. उपेंद्र राम पुत्र अक्षलाल राम, हुस्सेपुर, अमनौर

24. शैलेन्द्र राय पुत्र दीनानाथ राय, बहरौली, मशरक

25. दूधनाथ तिवारी पुत्र महावीर तिवारी, बहरौली

26. इकरामुल हक पुत्र मकसूद अंसारी, बहरौली, मशरक

27. सीताराम राय पुत्र सिपाही राय, बहरौली, मशरक

28. अनिल ठाकुर पुत्र परमा ठाकुर, बहरौली, मशरक

29. जगलाल साह पुत्र भरत साह, बहरौली, मशरक

30, चंदेश्वर साह पुत्र भिखारी साह, बहरौली, मशरक

31.रमेश महतो पुत्र लालापुर, मढ़ौरा

32. रंगीला महतो पुत्र लाला पुर, मढ़ौरा

33. विक्रम राज पुत्र स्व हरनारायन प्रसाद, खरौनी , मढ़ौरा

34. जयप्रकाश सिंह पुत्र बृजभूषण सिंह, गोपालबाड़ी इंद्रापुरी, मशरक

35. दशरथ महतो पुत्र केसर महतो, डोयला, इसुआपुर

36. सुरेंद्र महतो पुत्र जमुना महतो, लालापुर, मढ़ौरा

गांवों में पसरा मातमी सन्नाटाः आपको बता दें कि छपरा में पिछले 24 घंटों के दौरान जहरीली शराब पीने से 36 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अभी भी कई लोगों की हालत खराब है. दर्जनों लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद जान गंवाने वाले लोगों को गांवों में मातमी सन्नाटा पसरा है. गांव वाले कहते हैं कि यहां शराबबंदी का कोई असर नहीं दिखता. आए दिन लोगों को शराब में नशे में देखा जाता है. शराबबंदी के बावजूद लोग चोरी छिपे शराब पी ही रहे हैं.

शराबबंदी पर उठ रहे हैं सवालः मालूम हो कि इससे पहले भी इसी साल अगस्त में मढौरा और मशरक में तकरीबन 13 लोगों की शराब पीने से मृत्यु हुई थी. इस मामले में भी पुलिस पल्ला झाड़ती नजर आई थी, अब इस घटना को लेकर भी लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में जहरीली शराब के सेवन से करीब 173 लोगों की मौत हुई है. जनवरी 2022 में बिहार के बक्सर, सारण और नालंदा जिलों में बैक टू बैक घटनाओं में 36 लोगों की मौत हुई थी. ये घटनाएं साबित करती हैं कि बिहार में शराबबंदी विफल है, लेकिन सरकार इस हकीकत को स्वीकार नहीं करना चाहती.

बिहार में शराबबंदी कानून फेल : बता दें कि 5 अप्रैल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद भी बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से लागू नहीं हो पा रही है. इस कारण से जहरीली शराब से बिहार के विभिन्न जिलों में लोगों की मौत होती रहती है. यह पहली बार नहीं है, जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जहरीली शराब से हो रही मौत का जिम्मेदार कौन है. क्या वह शराब माफिया जो जहरीली शराब बेच रहे हैं या वह प्रशासन जिनकी मिलीभगत से शराब जिलों में बेची जा रही है. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जहरीली शराब से मौत का जिम्मेदार सिर्फ चौकीदार या थाना प्रभारी ही कैसे हो सकते हैं, जिन्हें शराब से मौत के मामले में अक्सर दोषी पाकर सस्पेंड कर दिया जाता है, जबकि शराब के बड़े कारोबारियों पर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.

Last Updated : Dec 15, 2022, 11:50 AM IST
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