पीलीभीत: जिले में किशोरी के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में मुकदमा दर्ज न करने पर न्यायालय में गुहार लगाना एक दंपति को भारी पड़ गया. दबंगों ने मामले में समझौता न करने पर घर में घुसकर पति-पत्नी पर तेजाब से हमला कर दिया. घायलों को इलाज के लिए पीलीभीत जिला अस्पताल भर्ती कराया गया. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज लोकेश कुमार और थाना अध्यक्ष तेजपाल सिंह को एसपी ने सस्पेंड कर दिया.
16 वर्षीय लड़की को गांव के ही रहने वाले राजेश ने बुरी नियत से दबोच लिया था. किशोरी ने इस मामले की जानकारी परिजनों को दी. इसके बाद किशोरी के मां-बाप न्याय की गुहार लगाने गजरौला थाने पहुंचे. आरोप है कि पुलिस ने आरोपी से सांठगांठ कर उसका शांति भंग की धारा में चालान कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की. इस मामले में परिवार पर समझौते का दबाव भी बनाया.
पुलिस के कार्रवाई न किए जाने से परेशान परिवार के लोग जब न्याय की गुहार लगाने न्यायालय गये थे. गांव के रहने वाले रामकिशन, छोटेलाल, अजय और अन्य आरोपी बीती रात पीड़ित परिवार के घर में घुस गए. उन्होने किशोरी के 42 वर्षीय पिता और 40 वर्षीय मां पर तेजाब से हमला कर दिया. इस हमले के बाद परिवार के अन्य लोग दोनों घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों की हालत को गंभीर बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया.
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पीलीभीत में एसिड अटैक (Acid attack in Pilibhit) की जानकारी जब एसपी दिनेश पी को मिली, तो वो फोर्स के साथ जिला अस्पताल जा पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार को निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया और उन्हें इलाज के लिए हायर सेंटर ले जाने की व्यवस्था कराई.
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