नई दिल्ली : गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर लखनऊ शताब्दी ट्रेन के ब्रेक वैन में शनिवार सुबह आग लगने के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. युवक की पहचान ज्ञानेंद्र पांडे के रूप में की गई है, जिस पर ब्रेक वैन में ज्वलनशील पदार्थ रखने का आरोप है. उत्तरी रेलवे ने इस प्रकरण की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया था, जिसके बाद आरोपी को पकड़ा गया.
क्या था पूरा मामला
उत्तरी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि आरपीएफ दिल्ली ने इस मामले की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया था. उन्होंने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन स्थित पार्सल कार्यालय की छानबीन के लिए एक टीम को भेजा गया .वहीं गाजियाबाद रेलवे स्टेशन जहां घटना हुई थी वहां जांच के लिए दूसरी टीम को लगाया गया.
वहीं सीसीटीवी फुटेज और सबूतों को इकट्ठा करने और पूछताछ के लिए तीसरी टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. रेलवे की जांच के दौरान पता चला कि ब्रेक वैन में ज्वलनशील पदार्थ, ब्लूटूथ बैटरी सहित कई सामग्रियां रखी गई थी.
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जांच के दौरान यह पाया गया कि एक लोडिंग कंपनी के मैनेजर ने इन वस्तुओं को छुपाकर ट्रेन में लोड करवाया था. आरोपी पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. कुमार ने आगे बताया कि आरपीएफ द्वारा घटनास्थल से सैंपल लिए गए थे जिसके बाद एफएसल टीम से भी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी.