कुल्लू/ लाहौल स्पीति: भारतीय डाक विभाग द्वारा चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना की झलक अब चीन अधिकृत तिब्बत की सीमा के साथ सटे हंसा व क्याटो गांव भी पहुंच चुकी है. यहां पर डाक विभाग के कर्मचारियों के द्वारा कई परिवारों बेटियों के नाम पर इस योजना के तहत खाता खोला गया है. वहीं, माइनस तापमान में भी हंसा व क्याटो गांव के ग्रामीणों ने केंद्र सरकार की इस योजना को खूब सराहा है.
चीन की सीमा से सटे हैं ये गांव: हंसा व क्याटो गांव जिला लाहौल स्पीति के स्पीति उपमंडल के दुर्गम इलाके में स्थित है. जहां पर साल के छह महीने बर्फ पड़ी रहती है और अधिकतर समय यह इलाका देश दुनिया से कटा रहता है. चीन अधिकृत तिब्बत की सीमा भी इस गांव के साथ लगती है. ऐसे में केंद्र सरकार के द्वारा चलाई गई सुकन्या समृद्धि योजना को धरातल पर लागू करने में हिमाचल प्रदेश डाक विभाग के कर्मचारियों का प्रयास भी काफी सराहनीय है.
पहली बार पहुंची योजना: गौरतलब है कि इन दो गांवों में सुकन्या समृद्धि योजना पहली बार पहुंची है. सरकार के द्वारा चलाई गई सुकन्या समृद्धि योजना हालांकि पहले से लागू की गई है. लेकिन हंसा और क्याटो गांव में बर्फबारी होने के चलते अधिकतर लोग दूसरे इलाकों में भी शिफ्ट हो जाते हैं. ऐसे में अब की बार डाक विभाग के कर्मचारियों ने घर-घर जाकर लोगों के साथ बात की और इस योजना के तहत दोनों गांव में पैदा हुई सभी बेटियों के नाम पर खाते खोल दिए गए हैं. हंसा डाकघर में तैनात कर्मचारी रिया ठाकुर के द्वारा इस बारे एक वीडियो बनाकर भी हिमाचल प्रदेश पोस्ट सर्कल में अपलोड किया गया है. जिसमें माइनस तापमान व बर्फ की सफेद चादर के बीच पैदल चलकर ग्रामीणों के साथ सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में चर्चा की जा रही है.
दोनों गांव की सभी 25 बेटियों के खोले खाते: हंसा डाकघर में तैनात ब्रांच पोस्ट मास्टर ऋतिक कुमार का कहना है कि डाकघर के तहत 2 गांव हंसा और क्याटो आते हैं. इन दोनों गांव में 30 परिवार हैं और यहां पर 25 बेटियां है. हंसा डाकघर के द्वारा 1 फरवरी से यह मुहिम चलाई गई थी और 10 फरवरी तक सभी 25 बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाते खोल दिए गए हैं. दुर्गम डाकघर होने के चलते यहां पर काम ऑफलाइन माध्यम से किया जाता है. उन्होंने बताया कि यह योजना पहले से लागू की गई है. लेकिन बर्फबारी होने के चलते अधिकतर लोग दूसरे स्थानों पर शिफ्ट हो जाते हैं. ऐसे में अबकी बार सभी परिवारों से मिलकर इस योजना के तहत सभी बेटियों के खाते खोल दिए गए हैं.
ग्रामीण बोले- योजना से बेटियों को मिलेगा लाभ: डाक विभाग द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि इस योजना के तहत खाते खुलवाकर स्थानीय लोग काफी खुश और उत्साहित दिख रहे हैं. वहीं, हंसा गांव के ग्रामीण तेंजिन का कहना है कि सुकन्या समृद्धि योजना से आने वाले समय में बेटियों को काफी फायदा होगा. इस योजना के माध्यम से बेटियों को अपनी पढ़ाई में भी काफी मदद मिलेगी और परिजनों को भी सरकार की ओर से चलाई जा रही इस योजना का आगामी भविष्य में काफी लाभ प्राप्त होगा.
हिमाचल प्रदेश डाक परिमंडल को 13975 खाते खोलने का लक्ष्य: गौर रहे कि भारतीय डाक विभाग द्वारा "आजादी का अमृत महोत्सव " के तहत "बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ " के लक्ष्य के साथ 9 एवं 10 फरवरी को "अमृत पैक्स प्लस "अभियान के अंतर्गत अखिल भारतीय स्तर पर 7.5 लाख सुकन्या समृद्धि खाते खोलने का लक्ष्य रखा गया था. हिमाचल प्रदेश डाक परिमंडल को कुल 13975 खाते खोलने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था. वहीं, 10 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश डाक परिमंडल द्वारा कुल 21979 खाते खोले जा चुके हैं.
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