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उत्तराखंड में पिछले 6 दिनों में 5 हादसे, 16 लोगों की मौत, मॉनसून से पर्वतीय मार्गों पर बढ़ी दुर्घटनाएं

उत्तराखंड में मॉनसून सीजन आते ही पर्वतीय मार्गों पर दुर्घटनाएं बढ़ गई है. पिछले 6 दिन में 5 हादसे हो चुके हैं जिसमें 16 लोगों की मौत हो चुकी है. चिंता की बात ये है कि मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

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उत्तराखंड मॉनसून
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Published : Jun 27, 2023, 8:57 PM IST

Updated : Jun 28, 2023, 11:47 AM IST

मॉनसून से पर्वतीय मार्गों पर बढ़ी दुर्घटनाएं.

देहरादून: उत्तराखंड राज्य में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क हादसे आम बात होते जा रहे हैं. वर्तमान स्थिति ये है कि आए दिन पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाले सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं. इसी क्रम में मंगलवार को पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, पौड़ी के श्रीनगर गढ़वाल में सड़क हादसे हुए हैं.

हालांकि, ये सड़क हादसे पिछले कुछ घंटों के भीतर ही हुए हैं, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई है. चिंता की बात ये है कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेशभर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और ऐसे में पर्वतीय मार्गों पर सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही उत्तराखंड सरकार ने तमाम गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें इस बात का भी जिक्र किया गया था कि अगर यात्री पर्वतीय मार्गों पर वाहन चला रहे हैं तो उस दौरान तमाम सावधानियां बरतनी होंगी. मुख्य रूप से सड़क दुर्घटनाएं होने के जो वजह सामने आते हैं उसमें सबसे बड़ी वजह यही होती है कि ड्राइवर को या तो नींद आ जाती है या फिर गाड़ियों की ओवर स्पीडिंग की वजह से हादसे होते हैं. हालांकि, इसके अलावा भी वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की कई वजह सामने आती रही हैं.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में मॉनसून ने दस्तक के साथ ही बरपाया कहर, बोल्डर गिरने से कई सड़कें बंद, उफान पर आई नदियां

पिथौरागढ़ जिले में पिछले 6 दिन के भीतर वाहन के खाई में गिरने की यह दूसरी घटना मंगलवार को सामने आई. इससे पहले 22 जून को पिथौरागढ़ जिले में नाचनी के होकरा में मोटर मार्ग सप्लाई गोदाम के पास एक कार करीब 600 मीटर गहरी खाई में गिर गई थी. वाहन में सवार 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. तो वही, मंगलवार को पिथौरागढ़ के इसी स्थान पर नाचनी थाना क्षेत्र अंतर्गत होकरा में आल्टो कार खाई में गिर गई. कार में सवाल महिला और पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई. दोनों बागेश्वर के रहने वाले थे.

इस हादसे के अलावा पिथौरागढ़ में ही दिल्ली बैंड स्थान के पास एक वाहन अनियंत्रित होकर 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें चालक की मौत हो गई. वाहन में चालक के अलावा कोई और व्यक्ति मौजूद नहीं था.

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पिछले 6 दिनों में 5 हादसे हो चुके हैं, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई है.

इसी क्रम में मंगलवार को पर्वतीय जिले रुद्रप्रयाग और श्रीनगर गढ़वाल में 3 लोग हादसे का शिकार हुए. जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग के खांकरा में एक वाहन अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरा. वाहन में सवार दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि, इस दुर्घटना की वजह रही कि ड्राइवर हैंड ब्रेक लगाना भूल गया, जिसके चलते ढाल पर खड़ी गाड़ी खाई में जा गिरी.
ये भी पढ़ेंः Uttarakhand accident: पिथौरागढ़ में 5 घंटे के अंदर दो वाहन खाई में गिरे, तीन की मौत, रुद्रप्रयाग में कार दुर्घटना में 2 मरे

वहीं, पौड़ी जिले के श्रीनगर में नेशनल हाइवे-58 पर घसिया महादेव के पास स्कूटी सवारों को बोलेरो गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में स्कूटी में पीछे बैठा युवक गाड़ी के नीचे आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने बोलेरो चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. कुल मिलाकर पिछले 6 दिन के भीतर पर्वतीय क्षेत्रों में पांच दुर्घटनाएं हुई है जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई. तीन हादसे को केवल सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में ही हुए हैं.

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बारिश के सीजन में पर्वतीय क्षेत्रों में दुर्घटनाओं में इजाफा देखा गया है.

उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर लगातार हो रहे हादसों की तमाम वजहों के साथ ही मानसून भी एक बड़ा वजह बन रहा है. हालांकि, प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है, ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चलाते समय सावधानियां बरतने की जरूरत है. इसके साथ ही सरकार की ओर से जो दिशा निर्देश जारी किए गए हैं उसका भी पालन किया जाए.

वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. ऐसे में जो यात्री उत्तराखंड आ रहे वो मौसम की जानकारी लेकर आएं, जिससे वो किसी मुसीबत में नहीं पड़ेंगे. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड आने वाले किसी भी यात्री और श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो.
ये भी पढ़ेंः अल्मोड़ा की सुयाल नदी में डूबकर भाई बहन की मौत, ऑनलाइन सामान की डिलीवरी लेने गए थे

मॉनसून से पर्वतीय मार्गों पर बढ़ी दुर्घटनाएं.

देहरादून: उत्तराखंड राज्य में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क हादसे आम बात होते जा रहे हैं. वर्तमान स्थिति ये है कि आए दिन पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाले सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं. इसी क्रम में मंगलवार को पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, पौड़ी के श्रीनगर गढ़वाल में सड़क हादसे हुए हैं.

हालांकि, ये सड़क हादसे पिछले कुछ घंटों के भीतर ही हुए हैं, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई है. चिंता की बात ये है कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेशभर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और ऐसे में पर्वतीय मार्गों पर सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही उत्तराखंड सरकार ने तमाम गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें इस बात का भी जिक्र किया गया था कि अगर यात्री पर्वतीय मार्गों पर वाहन चला रहे हैं तो उस दौरान तमाम सावधानियां बरतनी होंगी. मुख्य रूप से सड़क दुर्घटनाएं होने के जो वजह सामने आते हैं उसमें सबसे बड़ी वजह यही होती है कि ड्राइवर को या तो नींद आ जाती है या फिर गाड़ियों की ओवर स्पीडिंग की वजह से हादसे होते हैं. हालांकि, इसके अलावा भी वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की कई वजह सामने आती रही हैं.
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पिथौरागढ़ जिले में पिछले 6 दिन के भीतर वाहन के खाई में गिरने की यह दूसरी घटना मंगलवार को सामने आई. इससे पहले 22 जून को पिथौरागढ़ जिले में नाचनी के होकरा में मोटर मार्ग सप्लाई गोदाम के पास एक कार करीब 600 मीटर गहरी खाई में गिर गई थी. वाहन में सवार 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. तो वही, मंगलवार को पिथौरागढ़ के इसी स्थान पर नाचनी थाना क्षेत्र अंतर्गत होकरा में आल्टो कार खाई में गिर गई. कार में सवाल महिला और पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई. दोनों बागेश्वर के रहने वाले थे.

इस हादसे के अलावा पिथौरागढ़ में ही दिल्ली बैंड स्थान के पास एक वाहन अनियंत्रित होकर 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें चालक की मौत हो गई. वाहन में चालक के अलावा कोई और व्यक्ति मौजूद नहीं था.

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पिछले 6 दिनों में 5 हादसे हो चुके हैं, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई है.

इसी क्रम में मंगलवार को पर्वतीय जिले रुद्रप्रयाग और श्रीनगर गढ़वाल में 3 लोग हादसे का शिकार हुए. जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग के खांकरा में एक वाहन अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरा. वाहन में सवार दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि, इस दुर्घटना की वजह रही कि ड्राइवर हैंड ब्रेक लगाना भूल गया, जिसके चलते ढाल पर खड़ी गाड़ी खाई में जा गिरी.
ये भी पढ़ेंः Uttarakhand accident: पिथौरागढ़ में 5 घंटे के अंदर दो वाहन खाई में गिरे, तीन की मौत, रुद्रप्रयाग में कार दुर्घटना में 2 मरे

वहीं, पौड़ी जिले के श्रीनगर में नेशनल हाइवे-58 पर घसिया महादेव के पास स्कूटी सवारों को बोलेरो गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में स्कूटी में पीछे बैठा युवक गाड़ी के नीचे आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने बोलेरो चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. कुल मिलाकर पिछले 6 दिन के भीतर पर्वतीय क्षेत्रों में पांच दुर्घटनाएं हुई है जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई. तीन हादसे को केवल सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में ही हुए हैं.

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बारिश के सीजन में पर्वतीय क्षेत्रों में दुर्घटनाओं में इजाफा देखा गया है.

उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर लगातार हो रहे हादसों की तमाम वजहों के साथ ही मानसून भी एक बड़ा वजह बन रहा है. हालांकि, प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है, ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चलाते समय सावधानियां बरतने की जरूरत है. इसके साथ ही सरकार की ओर से जो दिशा निर्देश जारी किए गए हैं उसका भी पालन किया जाए.

वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. ऐसे में जो यात्री उत्तराखंड आ रहे वो मौसम की जानकारी लेकर आएं, जिससे वो किसी मुसीबत में नहीं पड़ेंगे. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड आने वाले किसी भी यात्री और श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो.
ये भी पढ़ेंः अल्मोड़ा की सुयाल नदी में डूबकर भाई बहन की मौत, ऑनलाइन सामान की डिलीवरी लेने गए थे

Last Updated : Jun 28, 2023, 11:47 AM IST
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