नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि 87 भारतीयों और 2 नेपाली नागरिकों को लेकर फ्लाइट काबुल से निकाले जाने के बाद ताजिकिस्तान से दिल्ली के लिए रवाना हुई है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से भारतीयों को घर लाया जा रहा है.
उन्होंने ट्वीट किया कि AI 1956 करीब 87 भारतीयों को लेकर ताजिकिस्तान से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान कर चुका है. इसमें दो नेपाली नागरिक भी हैं. पहले इन्हें काबुल से ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे लाया गया. अब वहां से एयर इंडिया की फ्लाइट दिल्ली आ रही है. इस दौरान फ्लाइट में भारतीयों ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए.
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#WATCH | Evacuated Indians from Kabul, Afghanistan in a flight chant 'Bharat Mata Ki Jai' on board
— ANI (@ANI) August 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
"Jubilant evacuees on their journey home,"tweets MEA Spox
Flight carrying 87 Indians & 2 Nepalese nationals departed for Delhi from Tajikistan after they were evacuated from Kabul pic.twitter.com/C3odcCau5D
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— ANI (@ANI) August 21, 2021
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— ANI (@ANI) August 21, 2021
"Jubilant evacuees on their journey home,"tweets MEA Spox
Flight carrying 87 Indians & 2 Nepalese nationals departed for Delhi from Tajikistan after they were evacuated from Kabul pic.twitter.com/C3odcCau5D
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि 80 से अधिक भारतीयों को शनिवार को काबुल से भारतीय वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान में ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे ले जाया गया और समूह को रविवार तड़के मध्य एशियाई शहर से एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से दिल्ली वापस लाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि रविवार तक भारतीय वायु सेना के विमान से काबुल से करीब 100 भारतीयों को भारत वापस लाए जाने की संभावना है. इसके अलावा 90 से अधिक भारतीयों का एक और समूह, जिनमें से अधिकांश अफगानिस्तान में काम कर रही कई विदेशी कंपनियों के कर्मचारी हैं, को अमेरिका और नाटो के विमानों द्वारा दोहा भेजा गया. इन लोगों को रविवार को घर वापस लाया जाना भी तय है.
भारतीय वायुसेना के सैन्य परिवहन विमान के जरिए शनिवार को काबुल से करीब 80 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया. उन्होंने कहा कि भारतीयों को वहां से निकालने के बाद यह विमान ताजिकिस्तान के दुशांबे में उतरा.
उड़ान के शाम तक दिल्ली के निकट हिंडन वायु सैनिक अड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है. तालिबान के रविवार को काबुल पर कब्जा जमाने के बाद भारत पहले ही अफगान राजधानी से भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिए वहां से निकाल चुका है.
सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी. भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों व वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था.
अमेरिकी सैनिकों की वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है. अमेरिका की मदद से करीब 200 भारतीयों को निकालने के मिशन को अंजाम दिया गया.
इन लोगों की वापसी के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब ध्यान अफगानिस्तान की राजधानी से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर होगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार के लिए तात्कालिक प्राथमिकता अफगानिस्तान में फिलहाल रह रहे सभी भारतीय नागरिकों के बारे में सटीक सूचना प्राप्त करना है.
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मंत्रालय ने भारतीयों के साथ ही उनके नियोक्ताओं से अनुरोध किया है कि वे विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ के साथ प्रासंगिक विवरण तत्काल साझा करें. एक अनुमान के मुताबिक अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है, जिनमें अमेरिका और अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय शामिल है.
(पीटीआई-एएनआई)