कोलकाता: तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी ने हाल में केंद्रीय एजेंसी की जांच के दौरान मीडिया की अतिसक्रियता पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया है. रुजिरा ने आरोप लगाया कि वह और उनके पति अभिषेक के खिलाफ फर्जी और आधी अधूरी खबर प्रकाशित की जा रही है. उन्होंने यह भी शिकायत की कि उनके मौलिक अधिकारों से समझौता किया जा रहा है. यह मामला सोमवार को जस्टिस सब्यसाची भट्टाचार्य की अदालत में आया.
इसके बाद कोर्ट ने केंद्र के असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल बिलबादल भट्टाचार्य की अर्जी पर मामले की सुनवाई मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उन्हें और उनके सांसद पति को किसी तरह से इन जांचों में फंसाया जा रहा है. खबर की पुष्टि नहीं हो रही है. उनका सामाजिक सम्मान भी नष्ट हो रहा है. इस मामले में समाचार पत्रों, स्थानीय पोर्टलों और समाचार एजेंसियों के साथ कुछ बंगाली समाचार पत्रों और चैनलों को भी मामले में जोड़ा गया है. रुजिरा चाहती हैं कि कलकत्ता उच्च न्यायालय इन जांचों की मीडिया कवरेज को नियंत्रित करे.
गौरतलब है कि जांच एजेंसी ईडी शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में अभिषेक बनर्जी की कंपनी 'लीप्स एंड बाउंड्स' को समन भेजकर उनसे पूछताछ कर रही है. इसके अलावा ईडी ने अभिषेक की पत्नी रुजिरा बनर्जी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है. वहीं, कलकत्ता हाईकोर्ट ने ईडी से अभिषेक बनर्जी की कंपनी के उनके पिता और मां समेत सभी छह मालिकों की संपत्ति का ब्योरा मांगा है.
आरोप है कि इन सभी मुद्दों पर विकृत खबरें परोसी जा रही हैं. गौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी की मुलाकात राज्यपाल सीवी आनंद बोस के साथ हो गई. इससे कई चीजे ठीक हो गई. राजभवन के सूत्रों के मुताबिक बैठक में राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि वह जल्द ही इस मामले से केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे. सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह राज्य के लोगों के कल्याण के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे.