नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने पवित्र कुरान की 26 आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इसे लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में वसीम रिजवी का विरोध हो रहा है और लोग उनके इस विवादास्पद कदम की निंदा कर रहे हैं.
इसी कड़ी में राजस्थान के अजमेर में स्थित दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन अब्दुल वाहिद हुसैन चिश्ती ने रिजवी के इस विवादास्पद कदम की कड़ी निंदा की है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए अब्दुल वाहिद हुसैन चिश्ती ने कहा कि कुरान से एक भी शब्द हटाया नहीं जा सकता है. कुरान अल्लाह का कलाम (वचन) है और यह इस्लाम की निशानी है. सभी मुसलमान इसे मानते हैं. इसमें न तो एक आयत की कमी हुई है और न ही इजाफा हुआ है. जिस शक्ल में कुरान नाजिल (उतरा) हुआ, बिल्कुल उसी शक्ल में आज तक मौजूद है.
उन्होंने आगे कहा कि वह भारत सरकार से अनुरोध करेंगे कि वह देशद्रोही वसीम रिजवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग, जो किसी भी धर्म के साथ खिलवाड़ करते हैं, सरकार को उनके खिलाफ सख्ती से पेश आना चाहिए.
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चिश्ती ने कहा कि सरकार को उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए, जो वसीम रिजवी जैसे लोगों का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि यह न केवल किसी के धर्म के लिए बुरा है, बल्कि देश की शांति और भाईचारे के माहौल को खराब करने की कोशिश भी की जा रही है.