बिलासपुर: फिल्म इंडस्ट्री चकाचौंध वाली दुनिया है और यहां सपनों का संसार बसा हुआ है. फिल्म इंडस्ट्री में आने के लिए लोग सालों तक कड़ी मेहनत करते हैं और अपने हुनर से अपनी जगह बनाते हैं. फिल्म इंडस्ट्री में प्रोफेशनल कैमरा चलाने का काम आज भी पुरुष कर रहे हैं. लेकिन अब महिलाओं से यह फील्ड भी अछूता नहीं रह गया है. मुंबई में कई बड़ी फिल्मों में कैमरा पर्सन महिलाएं फिल्मों की शूटिंग करतीं हैं.
छॉलीवुड को मिली पहली महिला कैमरापर्सन: छॉलीवुड में भी अब तक यह काम पुरुष कैमरा पर्सन ही करते आ रहे हैं. लेकिन अब छालीवुड भी महिला कैमरा पर्सन के काम से अछूता नहीं रहा. छत्तीसगढ़ी फिल्मों में आरुषि बागेश्वर ने प्रोफेशनल कैमरा पर्सन का काम करते हुए पूरी फिल्म की शूटिंग की है. उनकी शूटिंग स्किल देखकर सभी हैरान हैं. आज हम आपको छत्तीसगढ़ी फिल्मों की शूटिंग कर पहली महिला कैमरा पर्सन के रूप में उभरने वाली आरुषि बागेश्वर से मिलवाने जा रहे हैं.
जाने कौन है आरुषि आरुषि बागेश्वर: प्रोफेशनल कैमरा पर्सन आरुषि बागेश्वर भोपाल की रहने वाली है. आरुषि ने अपनी शिक्षा भोपाल के होलीक्रॉस स्कूल से प्राप्त की हैं. उन्होंने 2015 से 2018 तक माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में डिग्री प्राप्त की है, इसके बाद से वह मुम्बई फ़िल्म इंडस्ट्री में काम करने चली गई और यहा आरुषि ने कई बड़े बैनर की सुपरहिट फिल्मों में असिस्टेंट कैमरा पर्सन का काम किया.
कैसे बनी प्रोफेशनल कैमरा पर्सन: आरुषि बागेश्वर ने बताया कि "मुंबई जाने के बाद वह लगभग 6 महीना स्ट्रगल करती रहीं. इस दौरान जी टीवी में चलने वाले प्रोग्राम कुमकुम भाग्य में भी असिस्टेंट कैमरा पर्सन का काम किया. धीरे धीरे जान पहचान होने के बाद उन्हेंने फिल्म इंडस्ट्री के काफी ख्याति प्राप्त कैमरामैन विनोद प्रधान को असिस्ट किया. विनोद प्रधान ने कई बड़ी फिल्में की है. जैसे देवता, कलंक, भाग मिल्खा भाग, 1942 ए लव स्टोरी, परिंदा, हाल ही में बनी फिल्मों में भी उन्हें असिस्ट किया."
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5 साल तक असिस्टेंट कैमरा पर्सन का काम किया: आरुषि बागेश्वर ने बताया कि "विनोद प्रधान के साथ आरुषि ने तीन फिल्मों को असिस्ट किया, जिनमें चेहरे, अद्भुत हैं और एक उनकी नई फिल्म आने वाली है, जिसका नाम अभी आरुषि ने डिस्क्लोज नहीं किया. आरुषि लगभग 5 साल तक असिस्टेंट कैमरा पर्सन का काम करती रहीं. अब वह छत्तीसगढ़ की फिल्म में प्रोफेशनल कैमरा पर्सन का काम कर चुकी हैं.
छॉलीवुड में कैसे रखा कदम: आरुषि बागेश्वर ने बताया कि "हाल ही में रिलीज होने वाली छालीवुड फिल्म के लिए उन्हें बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करना पड़ा. क्योंकि इस फिल्म के डायरेक्टर मृत्युंजय सिंह और राइटर कौस्तुभ साहू इनके साथ मुंबई में काम कर चुके हैं. ये छत्तीसगढ़ को भी फिल्म इंडस्ट्री में सामने लाने और छत्तीसगढ़ के लोगों की सोच, उनकी रहन-सहन और परंपराओं की पहचान पूरे भारत में फैलाना चाहते हैं." मृत्युंजय सिंह और कौस्तुभ साहू के साथ आरुषि पॉपकॉर्न फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले तीनों ने काम शुरू किया और पूरी एक फिल्म तैयार की.
आरुषि से बातचीत के कुछ अंश: आरुषि बागेश्वर ने बताया कि "इस समय वह रायपुर और मुंबई दोनों जगह ही रह रही हैं. फिल्म की शूटिंग, कलाकार और सीन छत्तीसगढ़ में फिल्माए जा रहे हैं. लेकिन इसकी एडिटिंग और कई टेक्निकल वर्क छत्तीसगढ़ में नहीं किए जाते, इसलिए वह मुंबई में इसे पूरा करते हैं. मुंबई और रायपुर आना जाना लगा रहता है."
छत्तीसगढ़ को लेकर आरुषि ने कहा कि "जब तक काम मिलता रहेगा, वह छत्तीसगढ़ में रहेंगी. क्योंकि छत्तीसगढ़ में अब छत्तीसगढ़ी फिल्मों का क्रेज बढ़ते जा रहा है और ऐसा भी हो सकता है कि आरुषि छत्तीसगढ़ की होकर रह जाए. यहां के लोग और यहां की छालीवुड फिल्म इंडस्ट्री उन्हें काफी पसंद आ रही है."