नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव (punjab assembly elections) में भारी जनादेश के बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) इस साल जुलाई तक पंजाब से छह राज्यसभा सीटों पर कब्जा करने के लिए पूरी तरह तैयार है. पंजाब में अप्रैल में पांच और जुलाई में दो और सीटें खाली होंगी. तब ऊपरी सदन में मौजूदा तीन सीटों के साथ कुल संख्या नौ तक पहुंच जाएगी.
इससे इस साल जुलाई तक आप उच्च सदन में पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी. वर्तमान स्थिति के अनुसार 97 सीटों के साथ बीजेपी शीर्ष स्थान पर है. उसके बाद कांग्रेस (34), टीएमसी (13), डीएमके (10) और बीजेडी (9) है. टीआरएस, वाईएसआरसीपी और सीपीएम जैसी अन्य पार्टियों में 6-6 सदस्य हैं. अन्नाद्रमुक, राजद और सपा में 5-5 सदस्य हैं. जद (यू) और एनसीपी के 4-4 सदस्य हैं. आप, बसपा, शिअद और शिवसेना के 3-3 सदस्य हैं. तीन मनोनीत सदस्य हैं और 18 निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के हैं.
अप्रैल से अगस्त तक 75 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे. राज्यसभा की कुल संख्या 245 है और वर्तमान में 8 सीटें विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, बिहार, कर्नाटक और तेलंगाना से खाली पड़ी हैं. फिलहाल आप के दिल्ली से राज्यसभा में तीन सदस्य हैं. बसपा, शिअद और शिवसेना जैसी पार्टियों के पास राज्यसभा में तीन-तीन सीटें हैं. राज्यसभा में पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी के रूप में आप का उभरना निश्चित रूप से इसे एक महत्वपूर्ण विपक्षी दल बना देगा.
राजनीतिक विश्लेषक डॉ गीता भट्ट (raajaneetik vishleshak do geeta bhatt) ने कहा कि पंजाब चुनाव ने आप को अपनी स्थिति में सुधार करने के लिए बड़ा मौका दिया है. तीन सीटों से इसकी सीटों की संख्या अब 9 हो जाएगी. जिससे यह राज्यसभा में पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी. आप को उभरती हुई पार्टी बताते हुए डॉ भट्ट ने कहा कि अगर वह विधानसभा सीटें जीतकर अन्य राज्यों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती है तो द्रमुक को भी पछाड़ सकती है.
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राज्यसभा में कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा (Congress MP Ripun Bora in Rajya Sabha) ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के खिलाफ सत्ता-विरोधी कारण सामने आया. बोरा ने कहा कि पंजाब चुनाव के बाद आप राज्यसभा में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. लेकिन आप के लिए अन्य राज्यों में उसी तरह प्रदर्शन करना इतना आसान नहीं होगा. आप एक क्षेत्रीय पार्टी के रूप में रहेगी.