तिरुवनन्तपुरम : केरल के पथानामथिट्टा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. अपनी मौत के तीन महीने के बाद एक शख्स जिंदा वापस लौट आया है. जानकारी के मुताबिक पथानामथिट्टा जिले के कुदासनाडु में एक व्यक्ति की तीन महीने पहले मौत हो जाती है, उसका रस्मो रिवाज से दाह संस्कार किया जाता है, लेकिन अचानक उसको जिंदा देखकर उसके परिजन, दोस्त और पड़ोसी हैरान हैं.
क्या है पूरा मामला
केरल के पठानमथिट्टा जिले के कुदासनाडु में साबू नाम का व्यक्ति जिसे शाक्यी, पूजिक्कादु विलायिल किजक्किथिल से भी जाना जाता है. करीब तीन महीने पहले दिसंबर में एक सड़क हादसे में उसकी मौत हो जाती है. गमगीन माहौल में परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार किया, लेकिन तीन महीने बाद एक दिन उसके कुछ दोस्तों को वह जिंदा दिखाई दिया. वे लोग उसे पकड़कर उसको घर ले आते हैं. साबू को जिंदा देखकर लोगों को विश्वास नहीं होता है, लेकिन परिजन खुशी से झूम उठते हैं.
पुलिस के लिए चिंता का सबब
इससे इतर साबू की जिंदा वापसी पुलिस के लिए चिंता का सबब बन गया है. पुलिस इसकी जांच में जुट गई है कि सड़क हादसे में मृत व्यक्ति कौन था. जानकारी के मुताबिक साबू कई तरह के काम करता था. वह होटलों में कैटरिंग के काम के साथ-साथ बस क्लीनर का काम भी करता था. सबसे बड़ी बात जो चौंकाने वाली वह यह है कि साबू अपने घर बहुत कम आता था. इन कामों के अलावा वह छोटी-मोटी चोरी भी करता था. साबू को पिछले साल नवंबर में तिरुवनंतपुरम पुलिस ने एक होटल से 46000 रुपये चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया था. उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं मिली.
परिजनों ने की पहचान
बात पिछले साल 24 दिसंबर की है जब, कोट्टायम जिले में पाला के पास इदप्पाडी में एक व्यक्ति की कार से टक्कर के बाद मौत हो जाती है. पुलिस ने शव की पहचान के लिए दूसरे राज्यों से संपर्क किया. तिरुवनंतपुरम पुलिस ने साबू के भाई साजी से संपर्क किया. साजी और साबू के अन्य रिश्तेदार 26 दिसंबर को पाल पहुंचे और शव की पहचान साबू के रूप में की. पोस्टमार्टम के बाद, 30 दिसंबर को कुदासनाडु सेंट स्टीफेंस ऑर्थोडॉक्स चर्च कब्रिस्तान में मृतक के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया. सड़क हादसे में साबू के तीन दांत टूट गए थे. जिस शव का अंतिम संस्कार किया गया उसके भी तीन दांत गायब थे. इसी वजह से साबू के परिजनों ने उसकी पहचान की.
जांच में जुटी पुलिस
पिछले शुक्रवार को साबू जिस बस में क्लीनर का काम करता था उसके ड्राइवर मुरलीधरन ने उसको देख लिया. इस बात की खबर उसने साबू के परिजनों और दोस्तों को दी. जिसके बाद ये सभी लोग उसे पंडालम पुलिस स्टेशन ले गए. मामले की जानकारी होते ही नगर पार्षद के सीना भी थाने पहुंचे और शख्स की पहचान की. साबू की वापसी को लेकर पुलिस हादसे में मरने वाले व्यक्ति का पता लगाने में जुट गई है. बता दें, डीएनए जांच के लिए तीन महीने पहले शव के अंदरूनी अंगों के नमूने एकत्र किए गए थे. पुलिस को उम्मीद है कि वे इन डीएनए नमूनों की मदद से मृतक की पहचान कर पाएंगे.