कामरूप: असम के कामरूप जिले के बोको में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई. ट्रेन कथित तौर पर कोयला ले जा रही थी और कम से कम 15 से ज्यादा बोगी पटरी से उतर गई. करीब 60 बोगियों वाली ट्रेन आसनसोल से आ रही थी. हालांकि इस घटना में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है. घटना बोको के सिंगरा रेलवे स्टेशन के पास अपराह्न करीब तीन बजे की है. रेलवे अधिकारी ने कहा कि मालगाड़ी के पटरी से उतरने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और रेलवे तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं. रेलवे के अधिकारी ने कहा कि रंगिया-लुमडिंग खंड पर चार यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं, किंतु एक्सप्रेस ट्रेनें प्रभावित नहीं हुईं, क्योंकि सेक्शन में रेल यातायात कम था और ज्यादातर मालगाड़ियों तक ही सीमित था. अधिकारी ने कहा कि मरम्मत का काम शुरू हो गया है और ट्रेनों का परिचालन जल्द शुरू होने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या 288 हो गई है. इससे पहले हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 275 बताया गया था. बता दें कि बालासोर जिले में 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और 12864 बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ था. हादसे के बाद 193 शव भुवनेश्वर, 94 शव बालासोर और एक शव को भद्रक भेजा गया.
वहीं हादसे में मारे गए 288 लोगों में 205 की पहचान कर ली गई है. इनमें 110 भुवनेश्वर, 94 बालासोर और एक शव भद्रक का था. इसके अलावा 83 शवों की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है. इसको लेकर डीएनए सैंपलिंग का काम किया जा रहा है.
बता दें कि हादसे को लेकर रेलवे ने कहा था कि अप मेन लाइन से गुजरते समय 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और हावड़ा से लगभग 280 किलोमीटर और भुवनेश्वर से 171 किलोमीटर दूर स्थित बाहानगा बाजार स्टेशन पर एक लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. दोनों एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में आरक्षित टिकट वाले 2,200 से अधिक यात्री सवार थे. उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल की 'लूप लाइन' किसी स्टेशन क्षेत्र में बिछायी जाती है और इसका (लूप लाइन का) उद्देश्य परिचालन को सुगम करने के लिए अधिक रेलगाड़ियों को समायोजित करना होता है.
ओडिशा में बुधवार को एक और ट्रेन हादसा होने की खबर है. यह हादसा जाजपुर रोड रेलवे स्टेशन पर हुई, जहां एक मालगाड़ी ट्रेन की चपेट में आए कुछ मजदूर आ गए. उन मजदूरों में अब तक छह की मौत हो चुकी है. जबकि हादसे में कई गंभीर रूप से घायल होने का बताया जा रहा है. सभी मजदूर मालगाड़ी ट्रेन के एक डिब्बे के नीचे शरण लिये हुए थे.
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