केकड़ी. राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित डीएसपी केकड़ी कार्यालय के बाहर एक माइंस कारोबारी ने आत्महत्या का प्रयास किया. लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया और अस्पताल पहुंचाया. कारोबारी करीब 60 प्रतिशत तक झुलस गया. उसकी हालत गंभीर होने की वजह से उसे केकड़ी से अजमेर रेफर कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार अशोक गौतम पुत्र पवन शर्मा केकड़ी के शांतिनाथ नगर में किराए में रहता है. यह परिवार मूलतः चूरू का रहने वाला है, लेकिन लंबे समय से कोलकाता में रहता है. केकड़ी क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर अशोक ने पार्टनरशिप में माइंस ले रखी है. आरोप है कि पार्टनरों ने उसे 70 लाख से ज्यादा का नुकसान पहुंचा दिया. इस पर उसने पुलिस में भी शिकायत की. यहां उसका राजीनामा करवा दिया गया. इसके बाद पार्टनरों ने बकाया पैसे नहीं दिए तो उसने वापस शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यह पूरा मामला पिछले करीब एक साल से चल रहा था.
क्या है मामला : व्यापारी अशोक गौतम ने 25 जुलाई 2022 को दो लोगों के खिलाफ केकड़ी सिटी थाने में रिपोर्ट कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने दो दिन में 50 प्रतिशत पैसा देने का सेटलमेंट करवा दिया था. उस सेटलमेंट के अनुसार 27 लाख रुपए एक महीने में देना तय हुआ, लेकिन उसे कोई पैसा नहीं मिला. अशोक ने एफआईआर दर्ज कराई तो पुलिस ने एफआर लगा दी. एक साल से मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर अशोक गौतम ने गुरुवार को केकड़ी में डीएसपी ऑफिस के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया. अशोक ने अपनी परेशानी को लेकर ट्वीट भी किया था. अपने ट्वीट में आरोप लगाते हुए लिखा था कि सर एएसआई अनिल जाखड़ एकतरफा कार्रवाई कर रहा है. इसलिए में आत्महत्या कर रहा हूं. इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक चुना राम जाट भी केकड़ी सिटी थाने पहुंचे और जानकारी ली. इस दौरान एएसपी नितेश आर्य,डीएसपी खींव सिंह राठौड़ व सिटी थानाधिकारी राजवीर सिंह मौजूद थे.
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पीड़ित व्यापारी की मां के आरोप : घटना के बाद कारोबारी की मां किरण शर्मा भी अस्पताल पहुंची. बेटे की हालत देखकर वह रोने लगी. उसने कहा कि हम कई बार पुलिस को शिकायत कर चुके, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. हम इसकी शिकायत लेकर सुबह डीएसपी ऑफिस भी गए थे, तभी मैं पानी पीने गई और किसी ने बेटे को आग लगा दी. मां का कहना है कि किसी ने उसे जलाया है.
इनके खिलाफ दी थी रिपोर्ट : पीड़ित अशोक गौतम ने सिटी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें कई लोगों पर आरोप लगाए हैं. आरोप लगाया कि पांच साल के लिए लीज ली थी. जिसमें 35 प्रतिशत का हिस्सेदार एक व्यक्ति को बताया. साथ ही बताया कि जिसने उक्त हिस्से की एवज में 16 लाख 75 हजार रुपए देना तय हुआ, लेकिन उसे 12 लाख 50 हजार रुपए ही दिए. अशोक गौतम ने बताया कि लीज चलाने के लिए उसके एक करोड़ 55 लाख रुपए खर्च हुए, जो राशि साझेदार ने उसे नहीं दी. रिपोर्ट में उसने साझेदार के खिलाफ खड़ी एलएनटी मशीन का किराया भी जबरन लेने का आरोप लगाया है. लीजधारक व अशोक गौतम के बीच विवाद के चलते न्यायालय के स्टे से खान बंद हो गई. अशोक गौतम ने लीजधारक महावीर जैन व नवरत्न जैन के खिलाफ आसीन्द थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. अशोक गौतम ने बताया कि अतुल दाधीच, कपिल सुवालका व मनीष दाधीच ने उसके घर में घुसकर मारपीट की और लीज घाटे की राशि देने से मना कर दिया. उसके बाद जबरन मारपीट करते हुए 10 लाख 61 हजार रुपए नकद व 6 लाख 4 हजार रुपए का चैक ले लिया.
कांग्रेस नेता को जन्मदिन पर मौत का तोहफा : युवक अशोक गौतम ने आत्महत्या के प्रयास से पहले एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया था. इसमें अशोक गौतम ने एक कांग्रेस नेता को जन्मदिन पर अपनी मौत का तोहफा देने की बात कही है. वीडियो में अशोक गौतम ने आरोप लगाया कि आरोपितों के कांग्रेस नेता से नजदीकी होने की वजह से मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है. वीडियों में युवक ने प्रदेश के मुखिया को पुलिस का स्लोगन ‘आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय की जगह ‘नेताजी का डर व पैसों पर विश्वास किया जाता है बताया.
युवक की मां ने भी की थी आत्मदाह की कोशिश : वर्ष 2022 में युवक की मां ने भी केकड़ी सिटी थाने के बाहर सुसाईड की कोशिश की. तब पुलिस ने जांच शुरू की. आरोप है कि थानाधिकारी ने नए साल में मुकदमा दर्ज करने की बात कही थी. इसके बावजूद आरोपितों पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. अशोक गौतम ने आरोप लगाया कि कोर्ट के माध्यम से अन्य लोगों के खिलाफ उसने मुकदमा दर्ज कराया. उसमें भी कांग्रेस नेता के करीबी लोगों ने मिलकर एफआर लगवा दी. आत्महत्या से पहले जारी किए वीडियो में युवक ने कई लोगों पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कई लोगों पर माईन्स पर स्टे लगाने, पुलिस से सेटिंग करना सहित आर्थिक, शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है.
इनका कहना है : अजमेर एसपी चुना राम जाट के बताया कि युवक ने आसीन्द पुलिस थाना व केकड़ी सिटी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. एक मुकदमा कोर्ट के इस्तगासे से हुआ था जिसमें एफआर लगी है. आसीन्द थाने वाले मामले में चालान पेश हुआ है. सिटी थाने में दर्ज मुकदमें में जांच पड़ताल चल रही है. इसके अलावा युवक ने जिन पर भी आरोप लगाए है उनकी गहनता से जांच की जा रही है. पुरे मामले की जांच के बाद ही कोई एक्शन लिया जाएगा.