सहारनपुरः जिले के एक गांव की 92 साल की केशो देवी अपनी मौत के बाद दो जिंदगियों को रोशन कर गईं. उन्होंने मरणोपरांत अपने नेत्र दान कर दिए थे. उनकी मौत के बाद डॉक्टरों ने उनके कार्निया को सुरक्षित रख लिया. उनकी इस पहल की हर कोई सराहना कर रहा है.
गांव मोहमदपुर निवासी केशो देवी के बेटे डॉक्टर सुभाष काम्बोज ने बताया कि करीब पांच साल पहले रोशनी आई बैंक सहारनपुर के संस्थापक डॉक्टर अशोक जैन की प्रेरणा से मां ने नेत्रदान की शपथ ली थी. उनके निधन पर इसकी सूचना उन्हें दी गई. रोशनी आई बैंक की चीफ डायरेक्टर डॉक्टर श्वेता के साथ संस्था के अध्यक्ष सूरज जैन व आई टेक्नीशियन सिया कश्यप गांव मोहमदपुर ग्रांट पहुंचे. यहां उन्होंने संपर्क कर कागजी कार्रवाई पूरी कर मां के दोनों कार्निया सुरक्षित कर लिया. इससे दो लोगों की जिंदगी में रोशनी आ सकेगी.
केशो देवी के नेत्रदान के वक्त डॉक्टर सुभाष काम्बोज के बड़े भाई मास्टर चंद्रपाल काम्बोज और छोटा भाई सतीश काम्बोज समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे. रोशनी आई बैंक के अध्यक्ष सूरज जैन ने बताया कि कार्निया को मेरठ आई बैंक भेजा जाएगा. इससे दो लोगों के जीवन में उजाला आ सकेगा. सूरज जैन ने बताया कि आज दान में मिले दो नेत्रों सहित उनकी संस्था ने अब तक 886 नेत्र दान में प्राप्त किए हैं.