वारंगल: वारंगल एमजीएम अस्पताल में हाथ की सर्जरी से पहले एनेस्थीसिया देने के दौरान 8 साल के बच्चे की मौत हो गई. यह घटना मंगलवार 6 सितंबर की है. वारंगल जिले के लिंग्या टांडा, चेन्ना राव पेट मंडल के भुक्य शिव और ललिता के सबसे छोटे बेटे नीहान (8) का दाहिना हाथ इस महीने की 4 तारीख को एक दुर्घटना में टूट गया था. उन्हें उसी दिन एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डॉक्टर मंगलवार यानी 6 सितंबर को लड़के को सर्जरी के लिए सुबह 10.30 बजे ऑपरेशन थियेटर में ले गए. वहां उसे बेहोश करने (एनेस्थीसिया देने) के दौरान पता चला कि लड़के को अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ और उसे तुरंत आरआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने कृत्रिम श्वसन प्रदान करने और उस लड़के को बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन असफल रहे.
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दोपहर 1.10 बजे लड़के को मृत घोषित कर दिया गया. लड़के के माता-पिता और परिवार के सदस्यों ने अस्पताल में विरोध किया. उन्होंने इस बात पर रोष जताया कि तीन घंटे तक उन्हें उनके लड़के की मौत की जानकारी नहीं दी गई. जब उन्होंने डॉक्टरों पर हमला करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. अस्पताल अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि लड़के की मौत के कारणों की जांच के लिए वरिष्ठ डॉक्टरों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमई) डॉ. रमेश रेड्डी ने एमजीएम अधिकारियों से इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है.