पुणे : महाराष्ट्र में H3N2 वायरस से मौत का मामला सामने आया है. पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ इलाके में एक अस्पताल में गुरुवार सुबह H3N2 वायरस संक्रमित 73 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. शहर में इस वायरस से ये पहली मौत है, अब तक 4 संक्रमित मरीज मिले हैं. बुजुर्ग का 8 मार्च से महानगर निगम के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा था.
नगर निगम के डॉक्टर डॉ. लक्ष्मण गोफाने ने बताया कि बुजुर्ग व्यक्ति को एच3एन2 वायरस के साथ अन्य बीमारियां भी थीं. वह पहले से ही अस्थमा, सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) और एट्रियल फाइब्रिलेशन (एक अनियमित तेज़ हृदय गति जो आमतौर पर खराब रक्त प्रवाह का कारण बनता है) से पीड़ित था.
पीसीएमसी के डॉ. गोफेन ने कहा कि पीसीएमसी सीमा के भीतर चार रोगियों ने अब तक H3N2 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी नहीं है और वे घर पर ही इलाज करा रहे हैं. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के लक्षण दिखने पर डॉक्टरों से सलाह लें.
उधर, एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री शिंदे ने यहां इन्फ्लूएंजा वायरस एच3एन2 से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि 'अगर जल्दी इलाज किया जाए, तो इन्फ्लूएंजा ठीक हो सकता है. यह सभी को पता होना चाहिए.'
शिंदे ने यह भी हिदायत दी कि अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पुरानी पेंशन योजना के लिए चल रही सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज पर असर न पड़े. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जरूरत पड़ने पर निजी चिकित्सा क्षेत्र को इसमें शामिल किया जाना चाहिए.
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(PTI)