गांधीनगर : गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से प्रभावित जिलों से अच्छी खबर भी आई है. तूफान में किसी तरह की जनहानि से बचने के लिए लगातार निकासी-बचाव अभियान जारी रखा गया. जिसके तहत चक्रवात प्रभावित आठ जिलों में कुल 1171 गर्भवती माताओं को पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था. इनमें से कुल 707 का सफल प्रसव हो चुका है.
चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित आठ जिलों और उसकी नगर पालिकाओं में एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं की पहचान सूची पहले ही तैयार कर उन्हें अस्पताल-स्वास्थ्य केंद्रों या एंबुलेंस से सभी सुविधाओं से युक्त सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था. खासतौर पर उन महिलाओं की जिनकी प्रसव डेट नजदीक थी. उनकी विशेष देखभाल करते हुए तत्काल उनके लिए डॉक्टर और दवा सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं.
सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट की जाने वाली गर्भवती महिलाओं में से कच्छ जिले में सबसे अधिक 348, राजकोट 100, देवभूमि द्वारका 93, गिर सोमनाथ 69, पोरबंदर 30, जूनागढ़ 25, जामनगर 17, राजकोट महानगरपालिका 12, जूनागढ़ 8 व मोरबी जिले में एक, कुल 707 महिलाओं का अस्पताल-स्वास्थ्य केंद्रों में सफल प्रसव हुआ है. पूरे अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए 302 सरकारी और 202, 108 एंबुलेंस, चिकित्सा कर्मचारियों के साथ चौबीसों घंटे सेवा में थीं.
प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव से बचने के लिए कुल 197 आधुनिक जनरेटर सेट उपलब्ध थे. 108 एम्बुलेंस भी तुरंत आवंटित की गईं. इसके अलावा प्रतिदिन चिकित्सकों द्वारा आमने-सामने अथवा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की निगरानी की जा रही है.