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भारत में मिला कोविड का नया स्ट्रेन, तीसरी लहर का खतरा बढ़ा

कर्नाटक में सात लोग नए AY 4.2 कोविड-19 संस्करण से संक्रमित पाए गए हैं. जिससे राज्य में महामारी की संभावित तीसरी लहर का डर पैदा हो गया है.

Karnat
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Published : Oct 26, 2021, 5:33 PM IST

Updated : Oct 26, 2021, 6:34 PM IST

बेंगलुरू : कर्नाटक में सात लोग नए AY 4.2 कोविड-19 संस्करण से संक्रमित पाए गए हैं. यह नया वेरिएंट ब्रिटेन, रूस और चीन में तबाही मचा रहा है. चूंकि ताजा मामलों में कमी के बाद राज्य में कोविड प्रतिबंधों में ढील दी गई है, अधिकारी अब नए संस्करण के प्रसार को रोकने के लिए कार्य योजना बनाने में जुट गए हैं.

अधिकारियों द्वारा जुलाई में एकत्र किए गए स्वाब के नमूनों ने जीनोमिक अनुक्रमण के माध्यम से AY 4.2 स्ट्रेन पॉजिटिव पाया गया है. पाए गए सात मामलों में से तीन बेंगलुरु के हैं और चार अन्य राज्य के विभिन्न जिलों के हैं. अधिकारियों ने कोई जोखिम न लेते हुए संक्रमित व्यक्तियों की तलाश शुरू कर दी है. एक टीम उनके प्राथमिक और माध्यमिक संपर्कों में कोविड परीक्षण करने के लिए उनके घरों का दौरा करेगी.

कहा जाता है कि नया स्ट्रेन अत्यधिक पारगम्य है लेकिन घातक है. विशेषज्ञों की राय है कि भारतीयों की तुलना में रूस, ब्रिटेन और चीन में लोगों की जलवायु और प्रतिरोधक क्षमता अलग है. लेकिन 130 करोड़ आबादी वाला भारत संक्रमण को फैलने नहीं दे सकता क्योंकि यह विनाशकारी प्रभाव पैदा कर सकता है.

इस बीच राज्य के सात जिलों ने लक्षित आबादी के 50 प्रतिशत को कोविड टीके की दूसरी खुराक लगाई है. बेंगलुरु शहरी में 68 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक दी गई है. इसके बाद रामनगर (54 प्रतिशत), कोलार (51 प्रतिशत) और उडुपी, कोडागु और चिक्काबल्लापुर (50 प्रतिशत) हैं.

विशेषज्ञों ने कहा है कि टीकाकरण नए वेरिएंट के खिलाफ सबसे प्रभावी निवारक है और जिन लोगों को केवल एक खुराक मिली है, वे वायरस की चपेट में आ सकते हैं. टीकाकरण के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और मास्क पहनना समय की मांग है. अगर लोग इसकी उपेक्षा करते हैं तो वे खतरे में पड़ जाएंगे.

कर्नाटक सरकार ने कोविड प्रतिबंधों के अधिकांश कड़े नियमों में ढील दी है और राज्य में जनजीवन फिर से सामान्य हो गया है. साथ ही मॉल, थिएटर और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि वह पहले ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के साथ नए कोविड स्ट्रेन के बारे में चर्चा कर चुके हैं.

कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि कोविड-19 के नए संस्करण और पुराने में कोई अंतर नहीं है और घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य ने सोमवार से प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू की गई हैं.

यह भी पढ़ें-हाल-ए-वैक्सीनेशन : मौत के 5 महीने बाद लग गया वैक्सीन का दूसरा डोज !

स्वास्थ्य विभाग आयुक्त रणदीप ने कहा कि बेंगलुरू में प्रसार दर में कमी आई है. यदि यहां नये स्ट्रेन के अधिक मामले मिलते हैं तो विभाग अलगाव, परीक्षण और नियंत्रण के लिए त्वरित कार्रवाई करेगा. संक्रमण की दर में भी कमी आई है लेकिन हमें हमेशा की तरह नियमों का पालन करना चाहिए.

बेंगलुरू : कर्नाटक में सात लोग नए AY 4.2 कोविड-19 संस्करण से संक्रमित पाए गए हैं. यह नया वेरिएंट ब्रिटेन, रूस और चीन में तबाही मचा रहा है. चूंकि ताजा मामलों में कमी के बाद राज्य में कोविड प्रतिबंधों में ढील दी गई है, अधिकारी अब नए संस्करण के प्रसार को रोकने के लिए कार्य योजना बनाने में जुट गए हैं.

अधिकारियों द्वारा जुलाई में एकत्र किए गए स्वाब के नमूनों ने जीनोमिक अनुक्रमण के माध्यम से AY 4.2 स्ट्रेन पॉजिटिव पाया गया है. पाए गए सात मामलों में से तीन बेंगलुरु के हैं और चार अन्य राज्य के विभिन्न जिलों के हैं. अधिकारियों ने कोई जोखिम न लेते हुए संक्रमित व्यक्तियों की तलाश शुरू कर दी है. एक टीम उनके प्राथमिक और माध्यमिक संपर्कों में कोविड परीक्षण करने के लिए उनके घरों का दौरा करेगी.

कहा जाता है कि नया स्ट्रेन अत्यधिक पारगम्य है लेकिन घातक है. विशेषज्ञों की राय है कि भारतीयों की तुलना में रूस, ब्रिटेन और चीन में लोगों की जलवायु और प्रतिरोधक क्षमता अलग है. लेकिन 130 करोड़ आबादी वाला भारत संक्रमण को फैलने नहीं दे सकता क्योंकि यह विनाशकारी प्रभाव पैदा कर सकता है.

इस बीच राज्य के सात जिलों ने लक्षित आबादी के 50 प्रतिशत को कोविड टीके की दूसरी खुराक लगाई है. बेंगलुरु शहरी में 68 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक दी गई है. इसके बाद रामनगर (54 प्रतिशत), कोलार (51 प्रतिशत) और उडुपी, कोडागु और चिक्काबल्लापुर (50 प्रतिशत) हैं.

विशेषज्ञों ने कहा है कि टीकाकरण नए वेरिएंट के खिलाफ सबसे प्रभावी निवारक है और जिन लोगों को केवल एक खुराक मिली है, वे वायरस की चपेट में आ सकते हैं. टीकाकरण के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और मास्क पहनना समय की मांग है. अगर लोग इसकी उपेक्षा करते हैं तो वे खतरे में पड़ जाएंगे.

कर्नाटक सरकार ने कोविड प्रतिबंधों के अधिकांश कड़े नियमों में ढील दी है और राज्य में जनजीवन फिर से सामान्य हो गया है. साथ ही मॉल, थिएटर और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि वह पहले ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के साथ नए कोविड स्ट्रेन के बारे में चर्चा कर चुके हैं.

कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि कोविड-19 के नए संस्करण और पुराने में कोई अंतर नहीं है और घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य ने सोमवार से प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू की गई हैं.

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स्वास्थ्य विभाग आयुक्त रणदीप ने कहा कि बेंगलुरू में प्रसार दर में कमी आई है. यदि यहां नये स्ट्रेन के अधिक मामले मिलते हैं तो विभाग अलगाव, परीक्षण और नियंत्रण के लिए त्वरित कार्रवाई करेगा. संक्रमण की दर में भी कमी आई है लेकिन हमें हमेशा की तरह नियमों का पालन करना चाहिए.

Last Updated : Oct 26, 2021, 6:34 PM IST
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