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मध्य प्रदेश : 5 साल में 68 हजार से ज्यादा नवजात की मौत, शिवराज के मंत्री ने सदन में दी जानकारी

प्रदेश में 2020-2021 में 13 हजार 530 नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पिछले पांच सालों में ऐसे नवजात बच्चों की संख्या 68 हजार से ज्यादा है. जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने सदन में ये जानकारी दी. लेकिन हमीदिया आगजनी मामले में दोषियों पर कार्रवाई के बारे में मंत्री के पास कोई जवाब नहीं था.(68 thousand newborns died in hospitals in MP in 5 years)

Newborns died during treatment
नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़
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Published : Dec 21, 2021, 10:47 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश के चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट में पिछले 5 साल के दौरान 68 हज़ार 301 नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है. कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने विधानसभा में इसकी जानकारी दी . मौजूदा साल में ही एसएनसीयू में 13 हजार 530 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हालांकि हमीदिया में हुई आगजनी की घटना में किन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की गई, (68 thousand newborns died in hospitals in MP in 5 years) इस पर मंत्री ने कहा कि इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.

2020-21 में SNCU में 13,530 नवजात बच्चों ने तोड़ा दम

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने विधानसभा में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभु राम चौधरी से सवाल किया था, कि प्रदेश में किस-किस जिले में चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट हैं. पिछले 5 साल में इनमें कितने नवजात शिशुओं का उपचार किया गया और इनमें से कितने (total children death in sncu in mp)नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इसके जवाब में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में एसएनसीयू हैं. मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में पिछले 5 सालों के दौरान इलाज के लिए एडमिट किए गए 68 हजार 301 बच्चों को नहीं बचाया जा सका. पिछले 5 सालों के दौरान 5 लाख 996 बच्चे एडमिट हुए हैं.

  • साल 2016-17 में 93,630 बच्चों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 12952 नवजात बच्चों की मौत हो गई.
  • साल 2017-18 में 95,231 शिक्षकों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,106 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
  • 2018-19 में 1 लाख 1854 बच्चों को एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,954 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
  • साल 2019- 20 में 1 लाख 11 हजार 133 बच्चों को एडमिट कराया गया. जिसमें से 14 हजार 759 बच्चों की मौत हो गई.
  • साल 2020-21 में मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में 99 हजार 148 बच्चों को उपचार के लिए एडमिट कराया गया. जिसमें से 13 हज़ार 530 बच्चों के जीवन की रक्षा नहीं की जा सकी.

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हमीदिया आगजनी में कार्रवाई पर मंत्री की चुप्पी!

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल में पिछले महीने आग लगने और उसमें नवजात शिशुओं की मौत पर सवाल पूछा. साथ ही ये भी पूछा कि घटना की विस्तृत जांच के लिए किसे नियुक्त किया गया और अभी तक किन-किन पर एक्शन लिया गया. इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने कहा कि फिलहाल इसकी जानकारी एकत्रित की जा रही है.(new born babies death in sncu mp 2020-2021)

ये भी पढ़ें: मोदी सरकार ने खेलों के विकास के लिए खर्च किए 6800 करोड़ रु.

भोपाल: मध्य प्रदेश के चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट में पिछले 5 साल के दौरान 68 हज़ार 301 नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है. कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने विधानसभा में इसकी जानकारी दी . मौजूदा साल में ही एसएनसीयू में 13 हजार 530 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हालांकि हमीदिया में हुई आगजनी की घटना में किन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की गई, (68 thousand newborns died in hospitals in MP in 5 years) इस पर मंत्री ने कहा कि इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.

2020-21 में SNCU में 13,530 नवजात बच्चों ने तोड़ा दम

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने विधानसभा में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभु राम चौधरी से सवाल किया था, कि प्रदेश में किस-किस जिले में चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट हैं. पिछले 5 साल में इनमें कितने नवजात शिशुओं का उपचार किया गया और इनमें से कितने (total children death in sncu in mp)नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इसके जवाब में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में एसएनसीयू हैं. मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में पिछले 5 सालों के दौरान इलाज के लिए एडमिट किए गए 68 हजार 301 बच्चों को नहीं बचाया जा सका. पिछले 5 सालों के दौरान 5 लाख 996 बच्चे एडमिट हुए हैं.

  • साल 2016-17 में 93,630 बच्चों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 12952 नवजात बच्चों की मौत हो गई.
  • साल 2017-18 में 95,231 शिक्षकों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,106 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
  • 2018-19 में 1 लाख 1854 बच्चों को एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,954 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
  • साल 2019- 20 में 1 लाख 11 हजार 133 बच्चों को एडमिट कराया गया. जिसमें से 14 हजार 759 बच्चों की मौत हो गई.
  • साल 2020-21 में मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में 99 हजार 148 बच्चों को उपचार के लिए एडमिट कराया गया. जिसमें से 13 हज़ार 530 बच्चों के जीवन की रक्षा नहीं की जा सकी.

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