लखनऊ : उत्तर प्रदेश में संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध योगी आदित्यनाथ सरकार ने तीन महीने में 6500 से अधिक लोगों को संस्कृत सिखाई है. ये लोग जो भाषा नहीं समझ सकते थे, अब संस्कृत में दैनिक उपयोगी शब्द बोल रहे हैं.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि संस्कृत संस्थान की मिस्ड कॉल योजना से जहां लोगों की संस्कृत के प्रति रुचि बढ़ रही है, वहीं संस्कृत सीखने वालों की नामांकन संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. पिछले तीन महीनों में प्रथम स्तर के संस्कृत भाषा शिक्षण के लिए कुल 17480 लोगों ने पंजीकरण कराया था.
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इनमें से 6434 लोगों को 132 ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षित किया गया. डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, छात्र या नौकरी पेशा कोई भी व्यक्ति संस्कृत बोलने, पढ़ने और सीखने का नि:शुल्क प्रशिक्षण ले सकता है.
(आईएएनएस)