मोहाली: स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए मोहाली पुलिस लगातार नाकेबंदी करते हुए सर्च ऑपरेशन चला रही है. इस अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने विशेष सर्च ऑपरेशन के दौरान पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक का संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा के साथ बताया जा रहा है. इस संबंध में एसएसपी मोहाली डॉ. संदीप गर्ग ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ की गई है. जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी मोहाली में एक स्वर्ण व्यपारी और लुधियाना में एक व्यापारी को लूटने की तैयारी कर रहे थे.
गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से बरामद हुए हथियार : एसएसपी मोहाली डॉ. संदीप गर्ग ने बताया कि आरोपियों की पहचान कुलवंत सिंह गुड्डु (बीकेआई गुर्गा), नरिंदर सिंह उर्फ निंदी, अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन और लविश कुमार उर्फ लवी के रूप में हुई है. जम्मू बस्ती निवासी परम प्रताप सिंह का जन्म अबोहर में हुआ. गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से 2 पिस्तौल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए. गिरफ्तार आरोपी नरिंदर सिंह उर्फ निंदी पर आठ से 10 मुकदमे दर्ज हैं. कुलवंत सिंह का नाम रोपड़ जिले में बब्बर खालसा ग्रुप के साथ आतंकी साजिशों में शामिल है.
सूचना मिलने पर पुलिस ने की कार्रवाई: एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने बताया कि 28 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि नरिंदर सिंह उर्फ निंदी के पास अवैध पिस्तौल है. वह किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है. इस पर इंस्पेक्टर अभिषेक शर्मा ने मोहाली फेज-1 थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर नरिंदर सिंह उर्फ निंदी को पिस्टल समेत गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ में निंदी ने बताया कि उसने यह पिस्टल यूपी के मुजार से 10 हजार रुपये में खरीदी थी. इसके अलावा उन्होंने कुलवंत सिंह से एक और पिस्तौल भी छीन ली. जिसके बाद पुलिस ने कुलवंत सिंह का नाम लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया. मौके से पुलिस ने एक पिस्टल और 6 कारतूस बरामद किये.
बब्बर खालसा से संबंध : पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि कुलवंत सिंह के बब्बर खालसा आतंकी संगठन से संबंध हैं. उसके पास से बरामद पिस्तौल उसने अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन से ली थी. वह अन्य साथियों के साथ मिलकर व्यापारी से बड़ी लूट का इरादा रखता था.
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इंदौर से खरीदीं पिस्तौलें और कारतूस : पुलिस पूछताछ में पता चला है कि अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन ने स्वीकार किया है कि वह वर्ष 2021 में इंदौर से 55,000 रुपये में 2 पिस्तौलें और 9 कारतूस लाया था. इनमें से उसने एक पिस्तौल व दो कारतूस कुलवंत सिंह को तथा एक पिस्तौल व सात कारतूस यादविंदर सिंह को दे दिए. पुलिस ने दर्ज मामले में यादविंदर सिंह को भी नामजद किया है, लेकिन फिलहाल उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है.