साहिबगंज: जिला के उधवा प्रखंड में फाइलेरिया की दवा खाने से लगभग 40 बच्चों के बीमार होने का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में बच्चों को अनुमंडलीय अस्पताल राजमहल में भर्ती कराया गया. फिलहाल, बच्चों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है. मामला बाबुटोला प्राथमिक विद्यालय हरेराम टोला का है.
ये भी पढ़ें: रांची में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की हुई शुरुआत, 11 फरवरी से डोर-टू-डोर खिलायी जाएगी दवा
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 9 बजे अचानक गांव के बच्चों को लेकर एक के बाद एक, कुल 7 एंबुलेंस अनुमंडलीय अस्पताल राजमहल पहुंचे. 32 बच्चों को पीड़ित अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया. एक पीड़ित बच्चे अयान आलम के पिता दाऊद शेख ने बताया कि शुक्रवार को स्कूल में बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा बताकर जबरन 3-3 गोली खिलायी गई है.
दवा खाने के बाद क्या हुआ: अभिभावक दाऊद शेख ने बताया कि दवा नहीं खाने पर बच्चों को थप्पड़ मारने की धमकी दी गई, जिसके बाद बच्चों ने डर से दवा खा ली. दवा खाने के बाद से ही कुछ बच्चे पेट दर्द तो कुछ उल्टी के शिकार होने लगे. कुछ बच्चों के सिर में भी दर्द होने लगा और वे कुछ देर के लिए बेहोश हो गये. उसके बाद स्थानीय अस्पताल में बच्चों का इलाज करवाया गया, लेकिन राहत नहीं मिली. जिसके बाद सभी को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बच्चों का इलाज चल रहा है. हालांकि, डॉक्टर उदय ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. घबराने की जरूरत नहीं है.
चलाया जा रहा है फाइलेरिया उन्मूलन अभियान: मालूम हो कि साहिबगंज में फाइलेरिया उन्मूलन के तहत अभियान की शुरुआत की गई है. यह अभियान 10 फरवरी को शुरू हुआ, जो 25 फरवरी तक चलेगा. अभियान के तहत ही आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई गयी. इसी दौरान दवा खाते ही बाबुटोला प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की तबीयत बिगड़ गई.