अंगुल: जिले में शनिवार सुबह अलग-अलग स्थानों पर हाथी के हमले में चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक अन्य घायल हो गया. चेलियापाड़ा गांव में अपने बगीचे में काम करने के दौरान हाथी के कुचलने से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गयी. उसकी पहचान सुभाष साहू के रूप में हुई है.
वहीं, एक अन्य मामले में अंगराबंधा गांव के अनिरुद्ध साहू जब अपने खेत की ओर जा रहा था तभी हाथी ने उसके ऊपर पर हमला कर दिया. इस हमले में उसकी मौत हो गई. इसी तरह बारासिंघा गांव के रमेश स्वैन शौच के लिए गया था, तभी हाथी ने उसे मार डाला. इसके तुरंत बाद हाथी पास के संतरी गांव पहुंच गया और तीन गांवों के एक-एक व्यक्ति को मार डाला. इस तरह हाथी ने चार लोगों की जान ले ली.
लोगों का कहना है कि वन विभाग हाथी के ठिकाने का पता लगाने में विफल रहा, जिसके कारण ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हुईं. अगर उन्होंने लोगों को चेतावनी दी होती और इसकी गतिविधियों के बारे में बताया होता, तो चारों की जान बचाई जा सकती थी. सूत्रों के मुताबिक अपने झुंड से अलग हुए एक हाथी इलाके में उत्पात मचाया.
हालाँकि, ग्रामीण इस बात से अनभिज्ञ थे क्योंकि कोई भी वन अधिकारी गाँव में नहीं पहुँचा था और इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की थी. शनिवार की सुबह चेलियापाड़ा गांव के सुभाष बिस्वाल अपने भाइयों के साथ अपनी फसल को देखने के लिए खेत में गए थे. इस बीच अचानक कहीं से एक हाथी पहुंचा और उन सभी पर हमला कर दिया. इस दौरान उनके भाई भागने में सफल रहे, हालांकि, सुभाष को हाथी ने कुचल कर मार डाला. इसके तुरंत बाद, हाथी पास के अंगारबंध, बारासिंघा और संतरी गाँवों में पहुंचा और इन गांवों के एक-एक व्यक्ति को मार डाला.
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एक ग्रामीण ने कहा कि हमारे गांवों में इस तरह की यह पहली घटना है. गांवों में कभी कोई हाथी भटक कर नहीं आया था. यह पहली बार है. अगर वन विभाग ने इस संबंध में कोई घोषणा की होती तो ग्रामीण सावधान हो जाते. इसलिए, हम मौतों के लिए वन विभाग को जिम्मेदार ठहराते हैं.