नीलगिरि(तमिलनाडु): झारखंड की एक तीन साल की बच्ची की तमिलनाडु में तेंदुए के हमले से मौत हो गई. बच्ची अपनी मां के साथ आंगनवाड़ी से घर लौट रही थी. इसी दौरान पास के चाय बागान में छिपे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसे खींचकर ले गया. बाद में बच्ची की मां की चीख सुनकर मजदूरों ने चाय बागान में बच्ची की तलाश की. जहां बच्ची घायल हालत में मिली. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान रविवार को बच्ची की मौत हो गई. घटना तमिलनाडु के नीलगिरी जिले की है.
नीलगिरि जिले के गुडलूर के पास पंडालुर और उसके आसपास के इलाकों में लगातार तेंदुए का आतंक बना हुआ है. हाल में कई लोग इसके शिकार भी बने. कुछ दिन पहले एक तेंदुए ने 3 महिलाओं पर हमला कर दिया था. जिसमें गंभीर रूप से घायल एलमन्ना की सरिता की अस्पताल में मौत हो गई थी.
इलाज के दौरान बच्ची की मौत: इस घटना को अभी कुछ ही दिन बीते थे कि झारखंड की नैन्सी (उम्र 3 वर्ष) नाम की लड़की, जो मंगोरेंज में अपनी मां के साथ आंगनवाड़ी से घर लौट रही थी, उस पर अचानक एक तेंदुए ने हमला कर दिया. उसके बादलड़की को तेंदुआ चाय बागान में खींच ले गया. बच्ची की मां की चीख सुनकर मजदूरों ने चाय बागान में बच्ची की तलाश की. जिसके बाद गंभीर रूप से घायल लड़की को बचाया गया और पंडालुर सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई.
लोगों ने किया प्रदर्शन: 28 दिसंबर 2023 को तेंदुए के हमले से सरिता (उम्र 29 वर्ष) नाम की महिला की मौत हो चुकी है, जिसके बाद आज दूसरी मौत हुई है. तेंदुए के लगातार हो रहे हमलों के खिलाफ इलाके के लोगों ने बीती रात (6 जनवरी) सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया. इस दौरान गुडलूर, पंडालूर और इसके आसपास के 10 से ज्यादा इलाकों के लोगों ने तेंदुए को गोली मारने और पकड़ने की कार्रवाई की मांग की. साथ ही उन्होंने गुडलूर इलाके में दुकानें पूरी तरह से बंद करा दीं.
पकड़ा गया तेंदुआ: जब लोगों के विरोध प्रदर्शन चल रहा था उसी दौरान दो वन पशु चिकित्सकों समेत 50 से अधिक वन विभाग के कर्मचारी तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन देकर पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान में जुटे रहे. उन्होंने तेंदुए को पकड़ने के लिए 6 पिंजरे लगाए. साथ ही ड्रोन के जरिए भी तेंदुए की हरकत पर नजर रख रहे थे. ऐसे में मैंगोरेंज में तेंदुए को पकड़ने के लिए कुमकी हाथी को बुलाया गया. हाथी के ऊपर बैठे एक वनपाल ने तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन दिया. जिसके बाद तेंदुए को जाल में फंसाकर पिंजरे में बंद कर दिया गया.
10 लाख रुपए राहत की घोषणा: डॉक्टरों ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ चार साल का नर तेंदुआ है. साथ ही वन विभाग तेंदुए को मुदुमलाई हाथी शिविर में ले जाने की योजना बना रहा है. इस मामले में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घोषणा की है कि तेंदुए के हमले में मारे गए दोनों लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की राहत दी जाएगी.
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