नई दिल्ली : सेना, नौसेना और वायु सेना के लगभग 250 भारतीय सैन्यकर्मी 1 से 15 अगस्त तक रूसी सेना के साथ सामरिक द्विपक्षीय 'इंद्र-2021' अभ्यास के लिए रूस रवाना होंगे.
दक्षिणी सैन्य जिले के प्रेस कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, इंद्र-2021 संयुक्त रूसी-भारतीय सैन्य अभ्यास इस साल 1-15 अगस्त को वोल्गोग्राड क्षेत्र में दक्षिणी सैन्य जिले के प्रुदबोई प्रशिक्षण मैदान में होगा.
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वोल्गोग्राड में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रूसी-भारतीय सामरिक अभ्यास इंद्र-2021 की योजना और तैयारी के संगठन पर दोनों पक्षों के बीच मंगलवार को एक बैठक के बाद तारीखों को अंतिम रूप दिया गया.
एक वरिष्ठ भारतीय सैन्य सूत्र ने ईटीवी भारत को बताया, सैन्य हार्डवेयर सहित भारतीय सेना कैसे और कब रवाना होगी, इसको अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है.
वहीं, एक महीने के अंतर्गत रूस में एक और अभ्यास होगा, जिसमें भारत, पाकिस्तान, रूस, आर्मेनिया, अल्जीरिया और कजाकिस्तान भी हिस्सा लेंगे. इस अभ्यास की अंतिम जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
क्या है इंद्र अभ्यास
भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के रूप में 2003 में इसकी शुरुआत हुई थी. साल 2017 में इसमें बड़ा बदलाव किया गया, जब संयुक्त अभ्यास के परिपक्व होने के साथ इसको त्रि-सेवओं से जोड़ा गया और इसके भागीदारी के स्तर में क्रमबद्ध बढ़ोतरी हुई.
इस दायरे के विस्तार का कारण जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा का परिणाम था, जब दोनों देशों ने संयुक्त निर्माण, सह-उत्पादन और प्रमुख सैन्य हार्डवेयर और उपकरणों के सह-विकास के माध्यम से रक्षा सहयोग को 'उन्नत और तेज' करने का निर्णय लिया था.
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एक बहुत प्रभावी विश्वास-निर्माण उपाय होने के साथ-साथ, 'एक्स इंद्र' के व्यापक उद्देश्य परिचालन, संचार-संबंधी, लॉजिस्टिक और अन्य प्रक्रियात्मक पहलुओं की अधिक अंतःक्रियाशीलता के हैं.